गोपालगंज: बिहार पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा शुक्रवार को गोपालगंज पहुंचे. उन्होंने सत्तर घाट पुल के ध्वस्त हुए अप्रोच पथ का जायजा लिया. मौके पर उन्होंने अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी ली. साथ ही जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.
दरअसल, बैकुंठपुर प्रखण्ड के फैजुल्लाहपुर के पास बने रामजानकी सेतु से 2 किलोमीटर पहले बना अप्रोच पथ गंडक की तेज धारा के कारण ध्वस्त हो गया था. इसका उद्घाटन बीते 16 जून को सीएम नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया था. पुल के ध्वस्त होने के बाद विपक्षी दलों ने नीतीश सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.
विपक्ष लगा रहा निर्माण कार्य में घोटाले का आरोप
अप्रोच के ध्वस्त होने के बाद से प्रदेश में सियासत तेज है. राजनीतिक गलियारों में रामजानकी पुल ध्वस्त होने की अफवाह फैलने लगी. आनन-फानन में नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने लगे. निरीक्षण के बाद पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि वे और चेयरमैन कुलदीप पांडेय दोनों साइट पर विजिट करने आये हैं.
अफवाहों से बचें- अमृत लाल मीणा
अमृत लाल मीणा ने कहा कि जायजा लेकर हमने समझने की कोशिश की है कि आखिर हादसा क्यों हुआ. साथ ही आगे क्या ट्रीटमेंट करना है इस पर भी विचार किया गया है. जो ब्रीच हुआ है उसको भरने का भी काम शुरू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जो इस प्रकार के दोष लगा रहे हैं कि सतरघाट पुल ध्वस्त हुआ है, वह सरासर गलत है.