ETV Bharat / state

जान जोखिम में डाल रेलवे ट्रैक पार करने को मजबूर लोग, BDO ने दिया उचित कार्रवाई का भरोसा - railway track

इस रेलवे ट्रैक पर सड़क पार करने के लिए गुमटी या अंडरपास बनाने की मांग ग्रामीणों ने की है लेकिन अबतक इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है. लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार इस समस्या से स्थानीय नेता और मंत्री को अवगत कराया गया पर किसी ने भी संज्ञान नहीं लिया.

gopalganj
author img

By

Published : Oct 4, 2019, 1:28 PM IST

गोपालगंज: जिले के कुचायकोट प्रखंड के लोगों को मूलभूत सुविधा के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है. इस प्रखंड के मिश्रावली गांव के लोगों को जिला मुख्यालय आवागमन करने के लिए रेलवे ट्रैक पार करना पड़ता हैं.

रेलवे ट्रैक पर कोई गुमटी या अंडरपास नहीं बने होने के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है. इस तरह से रेलवे ट्रैक पार करने पर जान को खतरा भी रहता है. फिर भी लोग मजबूरी में आवागमन करते हैं.

gopalganj news
रैलवे ट्रैक पार करते लोग

गुमटी या अंडरपास की मांग
बता दें कि इस गांव के एक तरफ दाहा नदी है तो दूसरी ओर रेलवे लाइन. दाहा नदी पर पुल नहीं होने के कारण लोगों को इस रास्ते से आवागमन करना पड़ता है. इस रेलवे ट्रैक पर सड़क पार करने के लिए गुमटी या अंडरपास बनाने की मांग ग्रामीणों ने की है. लेकिन, अबतक इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई. लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार इस समस्या से स्थानीय नेता और मंत्री को अवगत कराया गया पर किसी ने भी संज्ञान नहीं लिया. चुनाव के समय इस समस्या को दूर करने का सिर्फ आश्वासन देते हैं. वहीं, अगर किसी मरीज की तबीयत ज्यादा खराब हो जाये तो मुश्किल काफी बढ़ जाती है.

जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार करते लोग

उचित कार्रवाई का आश्वासन
प्रखंड विकास पदाधिकारी दीपचंद्र जोशी से जब ईटीवी भारत को बताया कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. आपके माध्यम से मामला संज्ञान में आया है. निरीक्षण कर मामले पर जल्द ही कार्रवाई की जायेगी. लोगों की समस्या को दूर किया जायेगा.

gopalganj news
रैलवे ट्रैक पार करने के लिए नहीं बना है कोई गुमटी या अंडरपास

गोपालगंज: जिले के कुचायकोट प्रखंड के लोगों को मूलभूत सुविधा के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है. इस प्रखंड के मिश्रावली गांव के लोगों को जिला मुख्यालय आवागमन करने के लिए रेलवे ट्रैक पार करना पड़ता हैं.

रेलवे ट्रैक पर कोई गुमटी या अंडरपास नहीं बने होने के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है. इस तरह से रेलवे ट्रैक पार करने पर जान को खतरा भी रहता है. फिर भी लोग मजबूरी में आवागमन करते हैं.

gopalganj news
रैलवे ट्रैक पार करते लोग

गुमटी या अंडरपास की मांग
बता दें कि इस गांव के एक तरफ दाहा नदी है तो दूसरी ओर रेलवे लाइन. दाहा नदी पर पुल नहीं होने के कारण लोगों को इस रास्ते से आवागमन करना पड़ता है. इस रेलवे ट्रैक पर सड़क पार करने के लिए गुमटी या अंडरपास बनाने की मांग ग्रामीणों ने की है. लेकिन, अबतक इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई. लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार इस समस्या से स्थानीय नेता और मंत्री को अवगत कराया गया पर किसी ने भी संज्ञान नहीं लिया. चुनाव के समय इस समस्या को दूर करने का सिर्फ आश्वासन देते हैं. वहीं, अगर किसी मरीज की तबीयत ज्यादा खराब हो जाये तो मुश्किल काफी बढ़ जाती है.

जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार करते लोग

उचित कार्रवाई का आश्वासन
प्रखंड विकास पदाधिकारी दीपचंद्र जोशी से जब ईटीवी भारत को बताया कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. आपके माध्यम से मामला संज्ञान में आया है. निरीक्षण कर मामले पर जल्द ही कार्रवाई की जायेगी. लोगों की समस्या को दूर किया जायेगा.

gopalganj news
रैलवे ट्रैक पार करने के लिए नहीं बना है कोई गुमटी या अंडरपास
Intro:एक ओर जहां हमारा देश विकासशील देश के रूप में अग्रसर है साथ ही डिजिटल इंडिया की बात की जाती है लेकिन इस डिजिटल इंडिया में आज भी लोगो को मूलभूत सुविधा के लिए दर दर की ठोकरे खाना व जान हथेली पर रखना पड़ता है। हम बात् कर रहे है बिहार के गोपालगंज जिले की जहाँ कुचायकोट प्रखण्ड के मिश्रावली गांव के हजारो लोगो का आवागमन रेलवे लाइन पार कर होता है। ऐसे में कब बड़ी दुर्घटना हो जाएगी कोई नही जानता।


Body:दरअसल इस गांव में एक ओर दाहा नदी तो दूसरी ओर रेलवे लाइन के बीच बसा यह गांव लोगो को दोहरी डर सताती है लेकिन समस्या तब और बढ़ जाती है जब दाहा नदी अपने उफान पर होती है जिससे यहां के लोग अपने ही गांव में कैद हो जाते है। स्थानीय लोगो के माने तो इस गांव में सासामुसा या गोपालगंज जाने के लिए 10 किलो मीटर की लम्बी दूरी तय करनी पड़ती है। मरीजो की दवा कराना हो या बच्चो को स्कूल जाना हो। लेकिन गांव के बगल में ही nh व बाजार है, लेकिन समस्या यह है कि गांव से निकलने के लिए दूसरा कोई रास्ता नही है। मजबूरन रेलवे लाइन पार कर बाजार या सड़क तक पहुँचते है। ऐसे में कब बड़ी दुर्घटना हो जाएगी कोई नही जानता। कई बार अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों से सड़क बनाने व दाहा नदी पर पुल बनाने की मांग की गई लेकिन आज तक किसी ने इस ओर ध्यान देना उचित नही समझा। वही इस संदर्भ में जब प्रखण्ड विकास पदाधिकारी दीपचंद्र जोशी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस बारे में जानकारी नही है। इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर उचित कार्यवाही कि जाएगी।







Conclusion:na
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.