गोपालगंजः हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल में देर रात बाइक सवार बदमाशों ने दो अस्पताल कर्मियों को लाठी डंडे से पीटकर घायल कर दिया और फरार हो गए. घायलों में लेखापाल और डाटा एंट्री ऑपरेटर शामिल हैं. वहीं, इस घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहा है. क्योंकि अस्पताल की सुरक्षा के लिये दस पुलिस जवानों को तैनात किया गया है.
कार्यालय में घुसकर पिटाई
जानकारी के अनुसार लेखापाल राजीव कुमार और डाटा ऑपरेटर राकेश कुमार अपने कार्यालय में देर रात बैठ काम कर रहे थे. इसी दौरान तीन लोग कार्यालय में घुसे उनके साथ मारपीट करने लगे और लाठी-डंडे से मारकर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया. जब तक वह कुछ समझ पाते तब तक वे बुरी तरह घायल हो चुके थे. घायल अवस्था मे ही वो भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाये. वहीं, डाटा ऑपरेटर राकेश कुमार की बदमाशों ने पिटाई कर हाथ तोड़ दिया.
'हम लोग कार्यालय में बैठकर काम कर रहे थे. अचानक तीन लोग आए और पूछा की बड़ा बाबू कौन है? जैसे उन्हें पता लगा लाठी-डंडे से प्रहार कर दिए'-राजीव कुमार, लेखापाल
![जांच करने पहुंची पुलिस](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-gop-01-marpitpkg-bhc10079_12012021082050_1201f_1610419850_150.png)
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सूचना पर पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी होने पर तत्काल मौके पर डीएसपी नरेश कुमार पहुंचकर जांच पड़ताल किये. इस दौरान उन्होंने कहा कि जल्द ही अपराधी पुलिस की पकड़ में होंगे. वहीं दस पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में अस्पताल कर्मियों की पिटाई पुलिस-प्रशासन की कलाई खोल कर रख दी है. पुलिसकर्मी अस्पताल कर्मियों की ही सुरक्षा नही कर पाएंगे तो वहां आने वालों की सुरक्षा कैसे करेंगे?