गोपालगंज: पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक (Pm security breach case) को लेकर बीजेपी चरणजीत सिंह चन्नी सरकार (Alok Kumar Suman alleges Charanjeet Channi) पर हमलावर है. वहीं, जेडीयू सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ. आलोक कुमार सुमन का भी पीएम मोदी को समर्थन मिला है. सांसद ने पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को गंभीर मामला बताया है.
यह भी पढ़ें- प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक के लिए पंजाब सरकार जिम्मेदार- केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस
सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री किसी पार्टी के नहीं होते हैं, देश के होते हैं. उनकी सुरक्षा हर हालत में होनी चाहिए. पंजाब की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. इसलिए कि ये राज्य सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि अगर कोई माननीय वीवीआई और प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति महोदय जाते हैं तो उनके लिए पहले से सुरक्षा व्यवस्था होती है. सड़कें खाली रहती हैं. यह प्रोटोकॉल का एक हिस्सा है. इन सबकी कमी पंजाब में देखने को मिली. सरकार द्वारा प्रोटोकॉल को नजरअंदाज किया गया है.
"जांच हो रही है. जांच सही तरीके से होनी चाहिए ताकि, दोषी कौन है, पता चल सके. साजिश का यह एक हिस्सा हो सकता है. लेकिन जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है."- डॉ आलोक कुमार सुमन, जेडीयू सांसद
गौरतलब है कि पंजाब के फिरोजपुर की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री का काफिल करीब 20 मिनट तक सड़क जाम में फंसा रहा था. कार्यक्रम में जाने के दौरान प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. जिस पर बड़ी कार्रवाई की मांग हो रही है. आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई तो हुई है लेकिन कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं. बीजीपी के नेता बार-बार पूछ रहे हैं कि यह चूक कैसे हुई?
बता दें कि, बुधवार को प्रधानमंत्री दो साल के बाद पंजाब पहुंचे थे. कृषि कानून निरस्त किए जाने के बाद पीएम का यह पहला पंजाब दौरा था. हालांकि, फिरोजपुर में पीएम का रास्ता रोकने वाले प्रदर्शन की जिम्मेदारी किसी भी किसान यूनियन ने नहीं ली है. ऐसे में यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर प्रधानमंत्री के इस रूट पर प्रदर्शनकारी कैसे पहुंचे और चूक कहां हुई.
विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP