गोपालगंज: राज्य के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के गृह जिले के सदर अस्पताल का सिस्टम संवेदन हीनता की प्रकाष्ठा को पार कर रहा. एक बीमार युवक को लावारिस हालत में लाकर कोई छोड़ गया. अब उसके शरीर से इतनी दुर्गंध आ रही है कि उस वार्ड में भर्ती अन्य मरीज और उनके परिजन परेशान हैं. लेकिन, ना तो उस लावारिस युवक की और ना ही वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों की सुध लेने वाला कोई है.
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क्या है मामलाः सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में कुछ दिन पूर्व एक अज्ञात युवक को किसी ने बीमार अवस्था में भर्ती कराया था. उसकी देखभाल कोई नहीं कर रहा है. वह बीमार युवक फटेहाल फर्श पर लेटा है. उसके शरीर से बदबू निकलने लगी है. अस्पताल प्रशासन की लापरवाही इस कदर सामने आई कि बीमार युवक को देखने वाला कोई नहीं हैं. आलम यह है कि जिस वार्ड में युवक पड़ा हुआ है उस वार्ड के कुई मरीज वार्ड छोड़कर बाहर निकल गए. हालांकि कुछ लोग नाक पर रूमाल और कपड़ा रख कर इलाज कराने को मजबूर हैं.
"एक अज्ञात युवक को किसी ने लाकर रख दिया है. उसकी पहचान नहीं हुई है. उसे हायर सेंटर भेजा जाएगा."- जान मोहम्मद, अस्पताल प्रबंधक
इलाज कराना मजबूरीः मरीज के परिजनों ने बताया कि उनकी मजबूरी है कि वो यहां इलाज कराएं. लेकिन, अस्पताल प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है. उस लावारिस बीमार युवक की देखभाल नहीं की जा रही है, इस वजह से अन्य मरीज भी संक्रमित हो सकते हैं. अस्पताल प्रशासन की लापरवाही और संवेदनहीनता की तस्वीर देखकर आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि जिस जिले के निवासी सूबे उपमुख्यमंत्री हैं उस जिले के सदर अस्पताल की हालात ऐसी है, तो सूबे के अन्य सरकारी अस्पतालों का क्या हाल होगा.