गोपालगंज: बिहार के गोपलागंज सदर अस्पताल में जिले के डीएम चोटिल सुरक्षाकर्मी का इलाज करने (DM Reached To Gopalganj Sadar Hospital) पहुंचे थे. इस बात की सूचना अस्पताल प्रबंधन को नहीं थी. ऐसे में उनके आने की सूचना मिलते ही अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. डीएम इमरजेंसी वार्ड में कई जगह व्यापत अनियमितता और लापरवाही देखकर भड़क गए और वार्ड के इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने का आदेश दे दिया. इधर, सिविल सर्जन को जैसी ही डीएम के आने की सूचना मिली, वे भागते हुए अस्पताल पहुंच गए.
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इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण: जानकारी के अनुसार डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी बीपीएससी की परीक्षा केन्द्रों का दौरा करने निकले थे. इसी दौरान वे एसपी के साथ मीरगंज स्थित साहू जैन स्कूल पहुंचे. जहां डीएम का बॉडीगार्ड अचानक गिरकर चोटिल हो गया. ऐसे में डीएम सुरक्षाकर्मी का इलाज कराने गोपलगंज सदर अस्पताल पहुंच गए. अचानक डीएम के अस्पताल में आने की सूचना मिलते ही अफरा-तफरी का माहौल बन गया. जब डीएम इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे तो वहां की अनियमितता और लापरवाही देखकर उनका पारा चढ़ गया. उन्होंने पूरे वार्ड का गहनता से निरीक्षण (DM inspection at Gopalganj Sadar Hospital) किया और मरीजों से भी अस्पताल का हाल जाना.
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इमरजेंसी वार्ड के इंचार्ज सस्पेंड: डीएम ने ओटी में मानक के अनुसार कार्य नहीं होने के कारण बताते हुए इमरजेंसी वार्ड के इंचार्ज अशोक कुमार को सस्पेंड कर दिया. इसी दौरान सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र प्रसाद भी पहुंच गए. डीएम ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इमरजेंसी वार्ड इंचार्ज को काम में लापरवाही बरतने को लेकर सस्पेंड कर दिया गया है. जबकि पिछले रात एक मरीज की मौत इलाज के दौरान हो गई थी. जिसको लेकर परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया था. इस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन को मामले की जांच के लिए कहा गया है.
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