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मृतक ठेकेदार के भाई ने कहा- घूस की मांग कर रहा था चीफ इंजीनियर

ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में मृतक ठेकेदार रमाशंकर सिंह के बड़े भाई ने आरोप लगाया कि उसके भाई को घूस के लिए धमकाया जा रहा था. घूस नहीं देने पर कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की धमकी दी जा रही थी.

मृतक ठेकेदार के भाई शिवशंकर सिंह
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Published : Sep 1, 2019, 4:41 PM IST

Updated : Sep 1, 2019, 11:50 PM IST

गोपालगंज: जिले के चर्चित ठेकेदार हत्याकांड में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. पुलिस हत्या का उद्भेदन नहीं कर पायी है. वहीं, इस केस के मुख्य आरोपी जल संसाधन विभाग का मुख्य अभियंता मुरलीधर पुलिस के गिरफ्त से बाहर है. पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन अब तक सफलता हासिल नहीं हो पायी है. मृतक के बड़े भाई शिवशंकर सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में अभियंता पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.

ईटीवी भारत से एक्सक्लूसीव बातचीत करते मृतक ठेकेदार के बड़े भाई

ईटीवी भारत की टीम मृतक ठेकेदार रमाशंकर सिंह के आवास पर पहुंची. जहां उनके बड़े भाई शिवशंकर सिंह से खास बातचीत की. शिवशंकर सिंह ने बताया कि 1 करोड़ 85 लाख का आवास और दफ्तर निर्माण के लिए टेंडर हुआ था. जिसका एग्रीमेंट 11 सितंबर 2018 को किया गया. निर्माण कार्य मार्च 2019 तक खत्म करना था. चीफ इंजीनियर ने अपने पावर का दंभ दिखा कर एग्रीमेंट से ज्यादा का काम करवा लिया. वहीं, 50 लाख से ज्यादा बकाया था. इंजीनियर की तरफ से रकम देने का आश्वासन दिया गया था.

shiv shankar singh
मृतक ठेकेदार के भाई शिवशंकर सिंह

मेरे भाई को किया जा रहा था ब्लैकमेल
आगे बातचीत के क्रम में मृतक के भाई बताते हैं कि पैसा भुगतान करने की एवज में 15 लाख घूस की डिमांड की गई. घूस नहीं देने पर इंजीनियर कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने को लेकर ब्लैकमेल करने लगा. घटना का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जिस दिन यह घटना हुई उनका पुत्र बाहर खड़ा था. उनके भाई को ज्वलनशील पदार्थ से जला दिया गया. अंदर से चीखने की आवाज पर उनका पुत्र पहुंचा. आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया. जहां, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.

chief engineer
मृतक ठेकेदार रमाशंकर सिंह.

हर एंगल से जांच कर रही पुलिस
फिलहाल पुलिस कार्रवाई में जुटी है. पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से मामले की वैज्ञानिक तरीके से पड़ताल कर रही है. इस मामले में अबतक कोई ठोस सबूत या गवाह नहीं मिला है जिससे कि इस मामले में किसी अंतिम नतीजे पर पहुंचा जा सके. इस मामले में पोस्टमॉर्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट का पुलिस इंतजार कर रही है. पुलिस कॉल डिटेल्स को भी खंगाल रही है.

मुख्य अभियंता सहित 4 पर मामला दर्ज
इस मामले में मृतक के बेटे ने मुख्य अभियंता, उनकी पत्नी, अधीक्षण और कार्यपालक अभियंता सहित चार अज्ञात लोगों पर जला कर हत्या करने का आरोप लगाया है. जांच एजेंसियां मृतक के घर पर पहुंच पूरे मामले की जानकारी जुटा रही है.

क्या है पूरा मामला
दरअसल, गंडक विभाग के सरकारी आवास बनाने के लिए वर्ष 2018 में टेंडर निकाला गया था. इसमें बाद में 85 लाख रुपये की बढ़ोत्तरी हुई थी. इसी 85 लाख रुपये में से 60 लाख रुपये बकाया था, जिसकी मांग ठेकेदार करता आ रहा था. लेकिन इंजीनियर हमेशा उसे टाल देता था. इस बीच गुरुवार को मुख्य इंजीनियर ने फोन कर डाक्यूमेंट्स के साथ ठेकेदार को अपने आवास पर बुलाया. जहां ठेकेदार को जिंदा जला दिया गया.

गोपालगंज: जिले के चर्चित ठेकेदार हत्याकांड में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. पुलिस हत्या का उद्भेदन नहीं कर पायी है. वहीं, इस केस के मुख्य आरोपी जल संसाधन विभाग का मुख्य अभियंता मुरलीधर पुलिस के गिरफ्त से बाहर है. पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन अब तक सफलता हासिल नहीं हो पायी है. मृतक के बड़े भाई शिवशंकर सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में अभियंता पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.

ईटीवी भारत से एक्सक्लूसीव बातचीत करते मृतक ठेकेदार के बड़े भाई

ईटीवी भारत की टीम मृतक ठेकेदार रमाशंकर सिंह के आवास पर पहुंची. जहां उनके बड़े भाई शिवशंकर सिंह से खास बातचीत की. शिवशंकर सिंह ने बताया कि 1 करोड़ 85 लाख का आवास और दफ्तर निर्माण के लिए टेंडर हुआ था. जिसका एग्रीमेंट 11 सितंबर 2018 को किया गया. निर्माण कार्य मार्च 2019 तक खत्म करना था. चीफ इंजीनियर ने अपने पावर का दंभ दिखा कर एग्रीमेंट से ज्यादा का काम करवा लिया. वहीं, 50 लाख से ज्यादा बकाया था. इंजीनियर की तरफ से रकम देने का आश्वासन दिया गया था.

shiv shankar singh
मृतक ठेकेदार के भाई शिवशंकर सिंह

मेरे भाई को किया जा रहा था ब्लैकमेल
आगे बातचीत के क्रम में मृतक के भाई बताते हैं कि पैसा भुगतान करने की एवज में 15 लाख घूस की डिमांड की गई. घूस नहीं देने पर इंजीनियर कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने को लेकर ब्लैकमेल करने लगा. घटना का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जिस दिन यह घटना हुई उनका पुत्र बाहर खड़ा था. उनके भाई को ज्वलनशील पदार्थ से जला दिया गया. अंदर से चीखने की आवाज पर उनका पुत्र पहुंचा. आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया. जहां, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.

chief engineer
मृतक ठेकेदार रमाशंकर सिंह.

हर एंगल से जांच कर रही पुलिस
फिलहाल पुलिस कार्रवाई में जुटी है. पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से मामले की वैज्ञानिक तरीके से पड़ताल कर रही है. इस मामले में अबतक कोई ठोस सबूत या गवाह नहीं मिला है जिससे कि इस मामले में किसी अंतिम नतीजे पर पहुंचा जा सके. इस मामले में पोस्टमॉर्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट का पुलिस इंतजार कर रही है. पुलिस कॉल डिटेल्स को भी खंगाल रही है.

मुख्य अभियंता सहित 4 पर मामला दर्ज
इस मामले में मृतक के बेटे ने मुख्य अभियंता, उनकी पत्नी, अधीक्षण और कार्यपालक अभियंता सहित चार अज्ञात लोगों पर जला कर हत्या करने का आरोप लगाया है. जांच एजेंसियां मृतक के घर पर पहुंच पूरे मामले की जानकारी जुटा रही है.

क्या है पूरा मामला
दरअसल, गंडक विभाग के सरकारी आवास बनाने के लिए वर्ष 2018 में टेंडर निकाला गया था. इसमें बाद में 85 लाख रुपये की बढ़ोत्तरी हुई थी. इसी 85 लाख रुपये में से 60 लाख रुपये बकाया था, जिसकी मांग ठेकेदार करता आ रहा था. लेकिन इंजीनियर हमेशा उसे टाल देता था. इस बीच गुरुवार को मुख्य इंजीनियर ने फोन कर डाक्यूमेंट्स के साथ ठेकेदार को अपने आवास पर बुलाया. जहां ठेकेदार को जिंदा जला दिया गया.

Intro:पिछले 29 अगस्त को हुए ठेकेदार हत्याकांड का भी तक पुलिस ने मामले का उद्भेदन नही कर सकी और नाही मुख्य आरोपी जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता मुरलीधर को गिरफ्तार नही किया जा सका। फिलहला पुलिस कार्यवाई में जुटी हुई है विभिन्न जगह छापेमारी करने के बावजूद हाथ खाली लग रही है। पुलिस हत्या व आत्महत्या दोनों एंगल से मामले के वैज्ञानिक तरीके से पड़ताल कर रही है। इस मामले में अब तक कोई ठोस सबूत या गवाह नहीं मिला है जिसे इस मामले में किसी अंतिम नतीजे पर पहुंचा जा सके। पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट का भी पुलिस को इंतजार है। लोगों के मोबाइल की कॉल डिटेल्स को भी पुलिस खंगाल रही है। मामले में मृतक के बेटे ने मुख्य अभियंता उनकी पत्नी अधीक्षण व कार्यपालक अभियंता सहित चार अज्ञात लोगों पर जला कर हत्या करने का आरोप लगाया है। मृतक ठेकेदार के घर राजनेताओ समेत जांच एजेंसिया पहुँच कर मामले की जानकारी प्राप्त कर रही है।


Body:वही ईटीवी भारत के संवाददाता मृतक ठेकेदार रामाशंकर सिंह के आवास पहुँच उनके भाई शिवशंकर सिंह से खास बात चीत की। बातचीत के दौरान मृतक ठेकेदार रामाशंकर सिंह के भाई शिवशंकर सिंह नव बताया की 1 करोड़ 85 लाख का आवास व दफ्तर निर्माण के लिए टेंडर हुआ था। जिसके बाद पिछले 11 सितंबर 2018 को एग्रीमेंट किया गया। जो मार्च 2019 तक खत्म करना था।। इसके बाद भी चीफ इंजीनियर ने एक्स्ट्रा एग्रीमेंट से ज्यादा का काम भी करवा लिया। मृतक के भाई ने बताया कि बाकी 50 लाख से ज्यादा पैसे बकाया था जिसको देने के लिए इंजीनियर ने आश्वासन दिया था। इसके बाद उसने फिन कर रामशंकर सिंह को बुलाकर पैसे भुगतान करने के एवज में 15 लाख घुस की डिमांड कर डाली। घुस नही देने पर उनके कम्पनी को ब्लैक लिस्टेड करने को लेकर ब्लैक मेल करने लगे। इसके बाद उनका पुत्र बाहर खड़ा था जब अंदर से चीखने की आवाज आई तब उनका लड़का अंदर गया और हम लोग आस पास में थे जिसे उठाकर तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुचाया गया जहां से चिकित्सको नव बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया जहाँ रास्ते मे ही उनकी मौत हो गई।







Conclusion:na
Last Updated : Sep 1, 2019, 11:50 PM IST
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