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Gopalganj News: इस अस्पताल में इलाज कराना है तो रखना होगा नाक पर रूमाल, वरना बढ़ सकता है खतरा - गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बदबू

सूबे की सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का दंभ भरती है. उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव का गोपालगंज गृह जिला भी है. इसके बावजूद मरीजों को किस तरह की स्वास्थ्य सुविधा यहां मुहैया कराई जा रही है, इसका अंदाजा सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में मुंह पर रूमाल रख कर बैठे मरीज और उनके परिजन को देखकर ही लग जाएगा.

गोपालगंज सदर अस्पताल
गोपालगंज सदर अस्पताल
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 23, 2023, 3:05 PM IST

Updated : Sep 23, 2023, 4:04 PM IST

गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बदबू से मरीज और उनके परिजन काफी परेशान हैं. आलम यह है कि मुंह पर रूमाल रखकर इसी बदबू के बीच मरीज इलाज कराने को बाध्य हैं. ऐसे में मरीज और उनके परिजनो को संक्रमण का खतरा भी सिर पर मंडरा रहा है, लेकिन मजबूरी यह है कि आखिर जाएं तो कहां जाएं.

ये भी पढ़ेंः Gopalganj News: तेजस्वी जी देखिए बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल, गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में नाले का पानी.. संक्रमण का बढ़ा खतरा

इमरजेंसी वार्ड में बदबू से परेशान लोगः नाक और मुंह को कपड़ा से ढके मरीजों को देख कर कोरोनो काल की याद ताजा हो जाती है, लेकिन यह कोरोना काल नहीं बल्कि अस्पताल प्रशासन की बदइंतजामी का नमूना है. जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्डों में फैली गंदगी, बदबू से मरीज और उनके तीमारदार परेशान हैं. वार्डों की साफ-सफाई की ओर इन दिनों अस्पताल प्रबंधन के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है. एक तरफ जहां अस्पताल में इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़ गई है, वहीं दूसरी ओर जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं.

मरीजों को करना पड़ रहा परेशानी का सामनाः वार्ड में सही तरीके से साफ सफाई नहीं होने के कारण मरीज और परिजन परेशान हैं. इमरजेंसी वार्ड में बने कमरों के कोने में सुबह से लेकर शाम तक का मेडिकल कचड़ा पड़ा रहता है, जिस कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि सदर अस्पताल में लावारिस लोगों की मौत हो जाने बाद उसके शरीर से निकलने वाली दुर्गंध भी वार्ड में भर्ती मरीजों को परेशान करती है.

अस्पताल में ड्यूटी करने में भी परेशानीः अस्पताल के वार्डों में मरीजों को नाक पर कपड़ा रखकर इलाज करवाना पड़ रहा है. वहीं डाक्टर सहित अन्य कर्मी नाक पर मास्क लगाकर रखते हैं. कई कर्मियों ने बताया कि सफाई नहीं होने के कारण इन दिनों अस्पताल में ड्यूटी करने में परेशानी हो रही है. शिकायत भी कोई सुनने वाला नहीं है. गंदगी के बीच से होकर मरीजों को डाक्टरों तक पहुंचना होता है. बीमार व्यक्ति के साथ आए स्वस्थ परिजन को भी अस्पताल में आकर बीमार होने की संभावना है.

"वार्ड में बहुत से मरीजों के परिजनों ने इंफेक्शन होने की बात कहकर अस्पताल प्रशासन से सफाई के लिए बात की, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला. यहां आना-जाना, बैठना सब मुहाल है. डॉक्टर और कर्मियों को भी अस्पताल में ड्यूटी करने में परेशानी हो रही है"- मरीज के परिजन

'सफाई कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है' : इस संदर्भ में अस्पताल प्रबन्धक जान मोहम्मद न बताया कि 'रोजाना वार्ड में साफ सफाई कराई जाती है. अस्पताल के वार्डों में जरा सी भी गंदगी न रहे इसको लेकर सफाई कर्मचारियों को निर्देशित किया जा चुका है. सख्त निर्देश भी दिए गए हैं. फिर भी बदबू से मरीज और उनके परिजन को हो रही परेशानी को दूर करने की व्यवस्था की जा रही है'.

गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बदबू से मरीज और उनके परिजन काफी परेशान हैं. आलम यह है कि मुंह पर रूमाल रखकर इसी बदबू के बीच मरीज इलाज कराने को बाध्य हैं. ऐसे में मरीज और उनके परिजनो को संक्रमण का खतरा भी सिर पर मंडरा रहा है, लेकिन मजबूरी यह है कि आखिर जाएं तो कहां जाएं.

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इमरजेंसी वार्ड में बदबू से परेशान लोगः नाक और मुंह को कपड़ा से ढके मरीजों को देख कर कोरोनो काल की याद ताजा हो जाती है, लेकिन यह कोरोना काल नहीं बल्कि अस्पताल प्रशासन की बदइंतजामी का नमूना है. जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्डों में फैली गंदगी, बदबू से मरीज और उनके तीमारदार परेशान हैं. वार्डों की साफ-सफाई की ओर इन दिनों अस्पताल प्रबंधन के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है. एक तरफ जहां अस्पताल में इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़ गई है, वहीं दूसरी ओर जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं.

मरीजों को करना पड़ रहा परेशानी का सामनाः वार्ड में सही तरीके से साफ सफाई नहीं होने के कारण मरीज और परिजन परेशान हैं. इमरजेंसी वार्ड में बने कमरों के कोने में सुबह से लेकर शाम तक का मेडिकल कचड़ा पड़ा रहता है, जिस कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि सदर अस्पताल में लावारिस लोगों की मौत हो जाने बाद उसके शरीर से निकलने वाली दुर्गंध भी वार्ड में भर्ती मरीजों को परेशान करती है.

अस्पताल में ड्यूटी करने में भी परेशानीः अस्पताल के वार्डों में मरीजों को नाक पर कपड़ा रखकर इलाज करवाना पड़ रहा है. वहीं डाक्टर सहित अन्य कर्मी नाक पर मास्क लगाकर रखते हैं. कई कर्मियों ने बताया कि सफाई नहीं होने के कारण इन दिनों अस्पताल में ड्यूटी करने में परेशानी हो रही है. शिकायत भी कोई सुनने वाला नहीं है. गंदगी के बीच से होकर मरीजों को डाक्टरों तक पहुंचना होता है. बीमार व्यक्ति के साथ आए स्वस्थ परिजन को भी अस्पताल में आकर बीमार होने की संभावना है.

"वार्ड में बहुत से मरीजों के परिजनों ने इंफेक्शन होने की बात कहकर अस्पताल प्रशासन से सफाई के लिए बात की, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला. यहां आना-जाना, बैठना सब मुहाल है. डॉक्टर और कर्मियों को भी अस्पताल में ड्यूटी करने में परेशानी हो रही है"- मरीज के परिजन

'सफाई कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है' : इस संदर्भ में अस्पताल प्रबन्धक जान मोहम्मद न बताया कि 'रोजाना वार्ड में साफ सफाई कराई जाती है. अस्पताल के वार्डों में जरा सी भी गंदगी न रहे इसको लेकर सफाई कर्मचारियों को निर्देशित किया जा चुका है. सख्त निर्देश भी दिए गए हैं. फिर भी बदबू से मरीज और उनके परिजन को हो रही परेशानी को दूर करने की व्यवस्था की जा रही है'.

Last Updated : Sep 23, 2023, 4:04 PM IST
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