गोपालगंज: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के भव्य शुभारंभ का देश बेसब्री से इंतजार कर रहा है. जैसे-जैसे दिन नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे रामभक्तों का उत्साह चरम पर जा रहा है. रामलला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा के दिन देश के अलग-अलग हिस्सों से भक्त अपने अंदाज में पहुंचने की तैयारी में लगे हैं. ऐसे में असम से साइकिल पर सवार होकर निकले तीन दोस्त गोपालगंज पहुंचे.
लोगों ने यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी: इस दौरान गोपालगंज में राम भक्तो ने तीनों का स्वागत कर आगे की यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी. वहीं राम भक्तो ने कहा कि बिहार के बारे में जैसा सुना था, वैसा नहीं है. यहां आने से मुझे काफी अच्छा लगा है. यहां के लोग काफी अच्छे है. यहां मुझे काफी प्यार मिला.
प्रतिदिन 35 किलोमीटर करते हैं यात्रा: दरअसल, असम के सोनितपुर जिले के रहने वाले प्रतीक दास और आदित्य देव के साथ कोकराझार के गोसाई गांव निवासी विश्वजीत इस यात्रा पर निकले है, जिन्होंने 31 दिसंबर को साइकिल यात्रा शुरू की. रोजाना 35 से 40 किलोमीटर तक की यात्रा तय करते हुए सभी शुक्रवार को 12वें दिन गोपालगंज पहुंचे.
कई राज्य और शहरों को पार किया: इस कपकपाती ठंड में साइकिल यात्रा पर निकले तीनों युवक में भगवान राम के प्रति आस्था देखने को मिली. तीनों का 15 जनवरी तक अयोध्या पहुंचने का लक्ष्य है. तीनों ने अपनी यात्रा के दौरान कई राज्य और शहरों को पार किया है.
"मैंने बिहार के बारे में बहुत खराब सुना था, लेकिन यहां आने के बाद मुझे पता चला कि बिहार ऐसा बिल्कुल नहीं है. यहां के लोग बहुत अच्छे हैं. उन्होंने हमें बहुत प्यार दिया है. मैंने कभी नहीं सोचा था कि बिहार के लोग ऐसे होंगे. यहां के लोगों ने हमें अपने घरों में बुलाया और हमें भोजन कराया. हम उनके इस प्यार के लिए बहुत आभारी हैं." - आदित्य देव, राम भक्त
"बिहार में हमारी यात्रा बहुत ही सुखद रही है. यहां के लोगों ने हमें बहुत प्यार और सम्मान दिया. यहां के लोग बहुत ही मिलनसार और मददगार हैं. साथ ही दयालु और उदार भी है. हम यहां से बहुत सारी खुशी लेकर आगे बढ़ेंगे." - विश्वजीत, राम भक्त
बिहार के लोग मिलनसार और मददगार: बता दें कि तीनों दोस्त अयोध्या पहुंचने के बाद भगवान राम के दर्शन करेंगे और फिर अपने-अपने घर लौट जाएंगे. लेकिन उनकी इस यात्रा ने उन्हें बिहार के लोगों की करुणा और प्रेम के बारे में बहुत कुछ सिखाया है. उन्होंने कहा कि यहां के लोग बहुत ही मिलनसार और मददगार हैं. साथ ही दयालु और उदार भी है.
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