गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले में मर्डर केस में नामजद आरोपी की पत्नी चुनावी (Bihar Panchayat Election) मैदान में उतरी हैं. मुखिया प्रत्याशी के ऊपर लगे आरोप के बाद उनका कमान पत्नी और बेटे ने ही संभाल लिया है. वह अकेले ही लोगों के दरवाजे पहुंचकर समर्थन मांग रही हैं.
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जिले के कटेया प्रखंड के भगवानपुर पंचायत में मुखिया मुखी सिंह का मर्डर केस में नाम आने के बाद उनकी पत्नी और बेटा चुनावी दौरा कर रहे हैं. जिस दरवाजे पर जा रहे हैं, उस दरवाजे से एक महिला घर से बाहर निकल कर उनके साथ प्रचार-प्रसार में हिस्सा ले रही है. जहां देखते ही देखते जनसंपर्क में सैकड़ों महिला स्वेच्छा से उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हुए नजर आ रही हैं.
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महिलाओं का हुजूम लगातार बढ़ता जा रहा है. इस सनदर्भ में एक महिला से बात की गई, तो उन्होंने कहा की मुखी जैसा मुखिया मिलना सम्भव नहीं है. वे डॉक्टर हैं और कई लोगों का फ्री में इलाज करते हैं. हमेशा गरीबो के लिए ततपर रहते हैं. लेकिन जैसे ही वे चुनाव में खड़े हुए विरोधियों ने सड़क हादसे को मर्डर केस बनाकर फंसा दिया.
महिला मतदाता ने कहा कि जनता वादा करती है कि इस बार मुखिया मुखी सिंह की पत्नी मंजू देवी ही बनेंगी. महिला मतदाता चंदा इक्कठा कर मुखी सिंह की पत्नी मंजू देवी को चुनाव में खड़ा किया है. क्योंकि मर्डर केस में नाम आने के बाद मुखी सिंह का चुनाव लड़ना संभव नहीं था.
बता दें कि पिछले दिनों भगवानपुर पंचायत के मुखिया प्रत्यासी मुखी सिंह के चुनावी रैली में उसी पंचायत के तीन लोग भगवानपुर मोड़ के पास खड़े थे. तभी अनियंत्रित बोलेरो ने तीन लोगों को कुचल दिया था. जिसमें भगवानपुर पंचायत के मुखिया प्रत्याशी मुखी सिंह को नामजद आरोपी बनाया गया था. फिलहाल जनता के मांग पर उनकी पत्नी मंजू देवी कमर कस चुनावी अखाड़े में कूद पड़ी है.