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गया में महिलाओं ने पेड़ों को बांधी राखी, गाजे बाजे के साथ पहुंचीं जंगल

गया की महिलाओं ने पर्यावरण को सुरक्षित रखने का संदेश देते हुए रक्षाबंधन के मौके पर पेड़ों को राखी बांधी. पेड़ों को राखी बांधकर उन्होंने वृक्षों की आरती उतारी और उन्हें गले भी लगाया.

पेड़ों को राखी बांधती महिलाएं
पेड़ों को राखी बांधती महिलाएं
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Published : Aug 11, 2022, 12:31 PM IST

Updated : Aug 11, 2022, 1:26 PM IST

गया: बिहार के गया में रक्षाबंधन (Rakshabandhan In Gaya) के मौके पर महिलाओं ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अद्भूत संदेश दिया. गुरुवार की सुबह सैंकड़ों की संख्या में महिलाएं गाजे-बाजे के साथ शहर के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित ब्रह्मयोनि पहाड़ पहुंचीं और पेड़ों को राखी बांधते (Women Tied Rakhi To Trees In Gaya) हुए उन्हें भी लगाया. इस दौरान लोगों ने जय पर्यावरण के नारे भी लगाए. साथ ही इन महिलाओं ने गया ऑफिसर्स ट्रेनिंग सेंटर (ओटीए) में कार्यरत सेना के जवानों को भी राखी बांधी और मिठाई खिलायी.

ये भी पढ़ेंः 11 या 12 अगस्त को है रक्षाबंधन, कंफ्यूजन करें दूर, इस मुहूर्त को बांधे राखी

महिलाओं ने कई पेड़ों को बांधी राखीः पेड़ों को राखी बांधने के लिए महिलाएं अपने हांथों में राखी की थाल सजाए घर से निकली. जिसमें राखी के अलावे मिठाई, कुमकुम सहित पूजा की अन्य सामग्री भी थी. पहाड़ के पास पहुंचकर महिलाओं ने पूजा-पाठ किया और नारियल फोड़ कर रक्षा बंधन त्योहार की शुरुआत की. इन्होंने पेड़ों को राखी बांधकर उनकी आरती भी की. मौके पर मौजूद सभी महिलाएं अलग-अलग पेड़ों को राखी बांध रही थीं. इस दौरान महिलाओं ने कई पेड़ों को राखी बांधी. साथ ही यहां पहुंची महिलाओं ने गया ऑफिसर्स ट्रेनिंग सेंटर (ओटीए) में कार्यरत सेना के जवानों को भी राखी बांधी और मिठाई खिलायी. जिससे जवानों को भी चेहरे पर खुशी छा गई.

सैनिकों को राखी बांधती महिलाएं
सैनिकों को राखी बांधती महिलाएं

"शहर के स्थानीय महिलाओं द्वारा हमलोगों को राखी बांधी गई है. हमें बहुत ही अच्छा लगा है. इसके लिए हम इन्हें धन्यवाद देते हैं. भले ही हम पंजाब के रहने वाले हैं और रक्षाबंधन जैसे त्यौहार पर अपने परिजनों से दूर हैं. लेकिन यहां की महिलाओं ने जब राखी बांधा तो हमे नहीं लगा कि हम अपने परिवार से दूर हैं. हम इनकी रक्षा का वचन देते हैं"- सागर सिंह, सेना के जवान

"आज हम लोग पेड़ों को राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्यौहार मना रहे हैं. यह हमारी पूर्व पुरानी परंपरा रही है. जिसका निर्वहन हमलोग कर रहे हैं. पेड़ हमें शुद्ध हवा देते हैं और जब पेड़ बचेंगे तभी हमारा जीवन भी बचेगा. पेड़ों को राखी बांधकर हम उनकी रक्षा का भी संकल्प ले रहे हैं. हम आगे भी उनकी देखभाल करेंगे. साथ ही हमलोग प्रकृति की रक्षा का भी संकल्प ले रहे हैं. पेड़ हमारी रक्षा तो करते ही हैं, हम पेड़ों की भी रक्षा का संकल्प ले रहे हैं. इसमें आसपास की कई महिलाएं भी शामिल है, जो पेड़ों को राखी बांध रही हैं"- प्रोफेसर प्रतिभा, स्थानीय महिला

महिलाओं ने लिया पेड़ों की रक्षा का संकल्पः वहीं, स्थानीय महिला राखी गुप्ता ने कहा कि आज वो लोग पेड़ों को भाई मानकर उन्हें राखी बांध रही हैं. अब तक उन्होंने सैकड़ों पौधे यहां लगाए हैं. जो ना सिर्फ पहाड़ की तलहटी में बल्कि पहाड़ों के ऊपर भी उन लोगों ने पेड़ लगाए हैं और उनकी देखभाल का भी संकल्प लिया है. क्योंकि अगर पेड़ रहेगा, तभी जीवन बचेगा और हमारी आने वाली पीढ़ी सशक्त होगी. उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में वो लोग पौधों को सूखने नहीं देंगे. कोरोना काल में कई लोगों की मृत्यु हो गई, अगर पृथ्वी पर वातावरण सही रहता तो ऐसा नहीं होता. यही वजह है कि वो हर हाल में पेड़ों की रक्षा का संकल्प ले रहे हैं और उन्हें बचाने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे.

मॉर्निंग वॉकर्स ग्रुप कर रहे अच्छा कामः आपको बता दें कि गया में मॉर्निंग वॉकर्स ग्रुप के सदस्यों द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर बड़ा काम किया जा रहा है. ब्रह्मयोनि पहाड़ पर हजारों पेड़ लगाए गए हैं. साथ ही इनके संरक्षण का भी इंतजाम किया गया है. विविध कार्यक्रमों के द्वारा पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जाता है.

पढ़ें- रक्षाबंधन के मौके पर बढ़ी सोने और चांदी की राखियों की डिमांड, जानिए क्या है कीमत

गया: बिहार के गया में रक्षाबंधन (Rakshabandhan In Gaya) के मौके पर महिलाओं ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अद्भूत संदेश दिया. गुरुवार की सुबह सैंकड़ों की संख्या में महिलाएं गाजे-बाजे के साथ शहर के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित ब्रह्मयोनि पहाड़ पहुंचीं और पेड़ों को राखी बांधते (Women Tied Rakhi To Trees In Gaya) हुए उन्हें भी लगाया. इस दौरान लोगों ने जय पर्यावरण के नारे भी लगाए. साथ ही इन महिलाओं ने गया ऑफिसर्स ट्रेनिंग सेंटर (ओटीए) में कार्यरत सेना के जवानों को भी राखी बांधी और मिठाई खिलायी.

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महिलाओं ने कई पेड़ों को बांधी राखीः पेड़ों को राखी बांधने के लिए महिलाएं अपने हांथों में राखी की थाल सजाए घर से निकली. जिसमें राखी के अलावे मिठाई, कुमकुम सहित पूजा की अन्य सामग्री भी थी. पहाड़ के पास पहुंचकर महिलाओं ने पूजा-पाठ किया और नारियल फोड़ कर रक्षा बंधन त्योहार की शुरुआत की. इन्होंने पेड़ों को राखी बांधकर उनकी आरती भी की. मौके पर मौजूद सभी महिलाएं अलग-अलग पेड़ों को राखी बांध रही थीं. इस दौरान महिलाओं ने कई पेड़ों को राखी बांधी. साथ ही यहां पहुंची महिलाओं ने गया ऑफिसर्स ट्रेनिंग सेंटर (ओटीए) में कार्यरत सेना के जवानों को भी राखी बांधी और मिठाई खिलायी. जिससे जवानों को भी चेहरे पर खुशी छा गई.

सैनिकों को राखी बांधती महिलाएं
सैनिकों को राखी बांधती महिलाएं

"शहर के स्थानीय महिलाओं द्वारा हमलोगों को राखी बांधी गई है. हमें बहुत ही अच्छा लगा है. इसके लिए हम इन्हें धन्यवाद देते हैं. भले ही हम पंजाब के रहने वाले हैं और रक्षाबंधन जैसे त्यौहार पर अपने परिजनों से दूर हैं. लेकिन यहां की महिलाओं ने जब राखी बांधा तो हमे नहीं लगा कि हम अपने परिवार से दूर हैं. हम इनकी रक्षा का वचन देते हैं"- सागर सिंह, सेना के जवान

"आज हम लोग पेड़ों को राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्यौहार मना रहे हैं. यह हमारी पूर्व पुरानी परंपरा रही है. जिसका निर्वहन हमलोग कर रहे हैं. पेड़ हमें शुद्ध हवा देते हैं और जब पेड़ बचेंगे तभी हमारा जीवन भी बचेगा. पेड़ों को राखी बांधकर हम उनकी रक्षा का भी संकल्प ले रहे हैं. हम आगे भी उनकी देखभाल करेंगे. साथ ही हमलोग प्रकृति की रक्षा का भी संकल्प ले रहे हैं. पेड़ हमारी रक्षा तो करते ही हैं, हम पेड़ों की भी रक्षा का संकल्प ले रहे हैं. इसमें आसपास की कई महिलाएं भी शामिल है, जो पेड़ों को राखी बांध रही हैं"- प्रोफेसर प्रतिभा, स्थानीय महिला

महिलाओं ने लिया पेड़ों की रक्षा का संकल्पः वहीं, स्थानीय महिला राखी गुप्ता ने कहा कि आज वो लोग पेड़ों को भाई मानकर उन्हें राखी बांध रही हैं. अब तक उन्होंने सैकड़ों पौधे यहां लगाए हैं. जो ना सिर्फ पहाड़ की तलहटी में बल्कि पहाड़ों के ऊपर भी उन लोगों ने पेड़ लगाए हैं और उनकी देखभाल का भी संकल्प लिया है. क्योंकि अगर पेड़ रहेगा, तभी जीवन बचेगा और हमारी आने वाली पीढ़ी सशक्त होगी. उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में वो लोग पौधों को सूखने नहीं देंगे. कोरोना काल में कई लोगों की मृत्यु हो गई, अगर पृथ्वी पर वातावरण सही रहता तो ऐसा नहीं होता. यही वजह है कि वो हर हाल में पेड़ों की रक्षा का संकल्प ले रहे हैं और उन्हें बचाने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे.

मॉर्निंग वॉकर्स ग्रुप कर रहे अच्छा कामः आपको बता दें कि गया में मॉर्निंग वॉकर्स ग्रुप के सदस्यों द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर बड़ा काम किया जा रहा है. ब्रह्मयोनि पहाड़ पर हजारों पेड़ लगाए गए हैं. साथ ही इनके संरक्षण का भी इंतजाम किया गया है. विविध कार्यक्रमों के द्वारा पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जाता है.

पढ़ें- रक्षाबंधन के मौके पर बढ़ी सोने और चांदी की राखियों की डिमांड, जानिए क्या है कीमत

Last Updated : Aug 11, 2022, 1:26 PM IST
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