गया: बिहार विधानसभा चुनाव की पहली चुनावी रैली रविवार को संपन्न हुई. लेकिन इस रैली में आयोजक भाजपा से कई गलती हुई है. भाजपा की रैली में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाईं गयी. भाषण देते समय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मास्क नहीं पहना. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रत्याशियों का नाम गलत पढ़ दिया और अंतिम चूक यह हुई कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के भाषण देते समय अधिकांश कुर्सियां खाली हो गई.
चुनावी रैली का आयोजन
रविवार को कोरोना काल में पहली चुनावी रैली का आयोजन किया गया था. इस रैली में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना था. आयोजक सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के लिए लोगों से अपील करते रहे. लेकिन समर्थक कंधे से कंधा मिलाकर रैली में मौजूद रहे.
लोगों में अफरा-तफरी
दूसरी चूक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई. जेपी नड्डा ने दस विधानसभा के प्रत्याशियों का नाम गलत पढ़ा. जिससे लोगों में अफरा-तफरी मच गयी. लोगों को लगा कि प्रत्याशी बदल गए हैं क्या. हालांकि प्रदेश मंत्री अमृता भूषण ने इन गलती को सुधारने का प्रयास किया. लेकिन वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने रोक दिया.
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने नहीं लगाया मास्क
तीसरी चूक राष्ट्रीय अध्यक्ष से हुई. राष्ट्रीय अध्यक्ष जब तक मंच पर रहे, तब तक मास्क पहने रहे. जैसे ही मंच से पोडियम की तरफ गए, चेहरे से मास्क गायब था. कोरोना से बचाव को लेकर मास्क लगाने की बात कही जा रही थी. लेकिन वो खुद बिना मास्क लगाए भाषण दे रहे थे.
खाली रहीं कुर्सियों
सबसे अंतिम चूक जिला भाजपा इकाई से हुई. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के भाषण शुरू होते ही सभागार में उपस्थित लगभग 5 हजार लोगों में से डेढ़ से दो हजार लोग ही सभा स्थल पर मौजूद रहे. बाकी सारे लोग सभा स्थल छोड़ कर चले गए. जेपी नड्डा ने खाली कुर्सियों के बीच अपना भाषण समाप्त किया.
सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन
बता दें पूरे देश में वर्चुअल रैली के बाद फिजिकल रैली की अनुमति गया में दी गई थी. रैली आयोजकों को सख्त निर्देश दिया गया था कि सभी लोग मास्क लगाकर प्रवेश करेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बहुत कम लोग मास्क लगाए हुए थे और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा गया था.