गया: बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम फेज के मतदान की तिथि अब काफी नजदीक आ गई है. ऐसे में विभिन्न पार्टियों के नेताओं का जनसंपर्क अभियान भी जोर पकड़ रहा है. वहीं कई गांव के लोगों ने अपनी समस्याओं को लेकर वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है.
सड़क की समस्या
जिले के वजीरगंज विधानसभा के बारा गंधार दलित टोला के लोगों ने भी सड़क की समस्या को लेकर वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है. इसको लेकर गांव के बाहर वोट बहिष्कार का बैनर भी लगा रखा है. स्थानीय ग्रामीण सुकुंती देवी ने बताया कि विगत कई वर्षों से हम लोगों ने विधायक और सांसद को वोट देकर जिताने का कार्य किया. लेकिन जो नेता एक बार जीत कर चले जाते हैं, वे दोबारा कभी हाल-चाल तक पूछने तक नहीं आते हैं.
आवागमन में काफी परेशानी
सुकुंती देवी ने कहा कि विगत 20 वर्षों से हमारे गांव की सड़क नहीं बनी है. जिस कारण आवागमन में काफी परेशानी होती है. कच्ची सड़क होने के कारण बरसात में स्थिति और भी भयावह हो जाती है. कई लोग गड्ढे में जमे पानी के कारण गिरकर घायल हो चुके हैं. इतना ही नहीं हमारे गांव के बच्चे पढ़ने के लिए दूसरे गांव के स्कूल में जाते हैं. वे कब गिर जाएंगे और दुर्घटना का शिकार हो जाएंगे, यह चिंता बनी रहती है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
लाचार होकर अब हम लोगों ने यह निर्णय लिया है कि जब तक हमारे गांव की सड़क नहीं बन जाती, तब तक हम लोग वोट का बहिष्कार करेंगे. वही स्थानीय ग्रामीण मंटू गंधार ने बताया कि आजादी के इतने वर्ष बीतने के बाद भी हमारे गांव की सड़क नहीं बनी है. बारा गंधार 300 घरों का दलित टोला है. गांव की मुख्य समस्या सड़क और पेयजल की है.
वोट का करेंगे बहिष्कार
लोगों ने मुखिया से लेकर संसद तक को जिताने का कार्य किया. बावजूद उसके गांव की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है. अब जब तक हमारे गांव का विकास नहीं होता, तब तक हम लोगों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है.
200 गांव का दौरा
वजीरगंज विधानसभा से चुनाव लड़ रहे जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी राजीव कुमार कन्हैया ने बताया कि वजीरगंज विधानसभा के लगभग 200 गांवों का दौरा कर चुके हैं. इस दौरान हमनें पाया कि कई गांव और दलित टोला में सड़क और पेयजल की समस्या को लेकर लोगों ने वोट बहिष्कार कर रखा है.
राजीव कुमार कन्हैया ने कहा कि आज तक जितनी भी सरकारें आईं, उन लोगों ने गरीबों और दलितों के लिए कुछ नहीं किया है. हम प्रशासन से मांग करते हैं कि क्षेत्र में जहां भी ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार कर रखा है, वहां सड़क और अन्य समस्याओं को दूर करने का प्रयास करें. ताकि गांव में लोकतंत्र बहाल हो.