गयाः बेलागंज प्रखंड के बेल्हाडी गांव में रहने वाले हैदर इमाम के परिवार के चार लोग स्वाइन फ्लू के चपेट में आ गए. परिवार के मुखिया हैदर इमाम की इलाज के अभाव में मौत हो गई. मौत की जानकारी मिलते ही हरकत में आए जिला प्रशासन ने इलाज के लिए कमिटी बनाई.
बताया जाता है कि सेवानिवृत्त शिक्षक हैदर इमाम की अचानक सांस फूलने लगी. प्राथमिक उपचार से ठीक नहीं हुए तो उनको पटना में निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. निजी अस्पताल में किये गए टेस्ट से पता चला कि हैदर इमाम को स्वाइन फ्लू है. अस्पताल ने पीएमसीएच और आईजीएमएस में रेफर कर दिया. पीएमसीएच ने ये कह कर लौटा दिया कि हमारे यहां व्यवस्था नहीं है और आईजीएमएस ने कहा यहां बेड खाली नहीं है.
इलाज के लिए भटकता रहा मरीज
आखिरकार परिजन निजी एम्बुलेंस में लेकर कई निजी अस्पताल गए, लेकिन किसी ने स्वाइन फ्लू मरीज को नहीं रखा. कंकड़बाग के एक अस्पताल ने एडमिट तो किया लेकिन दूसरे ही दिन उनकी मृत्यु हो गई. प्रशासन एक कि मौत के बाद हरकत में आई और अन्य मरिजों के लिए घर में ही सारी व्यवस्था उपलब्ध कराई गई. हैदर इमाम की मौत के बाद उनके परिवार के दो लोग जांच के लिए पटना गए. एक की जांच घर पर पटना से आई टीम ने किया.
पत्नी और बच्चे का घर पर इलाज
राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान ने तीनों में स्वाइन फ्लू के लक्षण पाया. इनमें से 10 साल का बच्चा, एक 13 साल की बच्ची और हैदर की पत्नी है. जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जानकारी मिलते ही गांव में पूरी टीम के साथ पहुंचे. परिवार के लोगों ने अस्पताल जाने से माना कर दिए तो ऐसे में प्रशासन ने इनके घर में आइसोलेशन रुम तैयार कर दिया और दस दिन की दवा दे दी गई. 7 दिन हो चुका है अब तीनों के स्वास्थ्य में सुधार है.
मुखिया ने क्या कहा
बेल्हाडी पंचायत के मुखिया महेश साव ने बताया कि जानकारी मिलते ही गांव जाकर पता किया. हैदर इमाम की मौत हो गई है. अब उनके परिवार में तीन लोगों को ये बीमारी हुई है. उनके बेहतर इलाज के लिए बेलागंज स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जानकारी दी और अपने स्तर से जितना हो सका उनका इलाज करवाया. वहीं, परिजनों ने बताया कि मरीज के आस-पास जाने की किसी को इजाजत नहीं है, क्योंकि डॉक्टर ने मना किया है.