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गया में अंधविश्वास: कब्र में दफन बच्चे को जिंदा करने के लिए चल रहा खुला खेल - etv bharat bihar

अंधविश्वास के चक्कर (Superstition in Gaya Babhndih Village) में पड़कर लोग क्या क्या नहीं करते. अब एक 12 साल के बच्चे को जिंदा करने के लिए उसके कब्र के पास बैठकर महिलाएं और पुरुष भजन कीर्तन कर रहे हैं. बिहार के गया से इसका वीडियो सामने आया है.

superstition in Gaya Babhndih Village
superstition in Gaya Babhndih Village
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Published : May 10, 2022, 7:52 PM IST

गया: बिहार के गया में अंधविश्वास (Superstition In Bihar) के चक्कर में पड़कर भजन कीर्तन किया जा रहा है. दरअसल बभनडीह गांव के कौलेश्वर यादव के 12 वर्षीय पुत्र की ताड़ के पेड़ से गिरने से हो गई थी. किशोर की मौत के बाद उसे लोगों ने दफनाया था. अब उसे जिंदा करने के लिए 3 दिनों का भजन कीर्तन (Bhajan Kirtan at child grave in gaya) किया जा रहा है. बच्चे के कब्र के ऊपर एक पुस्तक रखी हुई है जिसे पढ़कर ही भजन किया जा रहा है.

पढ़ें- विश्वास या अंधविश्वास! इस कुएं के पानी से स्नान करने से चर्म रोग से मिलती है मुक्ति

पेड़ से गिरने से बच्चे की मौत: जानकारी के अनुसार आमस थाना के बभनडीह गांव के कौलेश्वर यादव का पुत्र 12 वर्षीय रंजन कुमार बीते दिन ताड़ के पेड़ पर चढ़ा था. ताड़ के फल को तोड़ने के लिए वह पेड़ के ऊपर तक चढ़ गया था. इसी बीच अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे गिर पड़ा. ऊंचाई से गिरने के कारण बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई. मौत के बाद परिवार के लोगों ने उसका अंतिम संस्कार करते हुए शव को दफना दिया था.

अंधविश्वास के चक्कर में पड़े परिजन: इसके बाद परिवार के कुछ लोगों को यह विश्वास हुआ कि भजन कीर्तन करने से बालक फिर से जीवित हो जाएगा. इसके लिए जिस स्थान पर रंजन को दफनाया गया था, वहां पर अब भजन कीर्तन शुरू (Superstition In gaya) कर दिया गया है. सोमवार से यह भजन कीर्तन चल रहा है. मंगलवार को दूसरे दिन भी लोग भजन कीर्तन करते रहे. लोगों का मानना है कि बुधवार को तीसरे दिन कीर्तन करने के बाद बच्चा जीवित हो जाएगा.

बच्चे को जिंदा करने के लिए कब्र के ऊपर भजन: लोगों की मानें तो कब्र के पास 3 दिनों तक बालक को जिंदा करने के लिए भजन कीर्तन के माध्यम से परमपिता परमेश्वर का आह्वान किया जाएगा. अंधविश्वास के चक्कर में फंसे लोगों को पूरा विश्वास है कि परमपिता परमेश्वर के आशीर्वाद से रंजन फिर से जीवित हो जाएगा और परिवार में खुशहाली लौट आएगी. फिलहाल कब्र से किशोर को जिंदा करने के लिए वहां पर परमपिता परमेश्वर का आह्वान एक किताब से पढ़कर लगातार किया जा रहा है और इसमें दर्जनों लोग शामिल हैं.



पुलिस ने कही ये बात: इस संबंध में आमस थाना के थानाध्यक्ष अरविंद किशोर का कहना है कि ताड़ के पेड़ से गिरकर 12 वर्षीय किशोर की मौत की उन्हें जानकारी नहीं है. साथ ही कब्र के पास भजन कीर्तन कर जिंदा करने की बात की भी उनकी जानकारी नहीं है. बताया कि इस तरह की स्थिति के बीच यदि किसी प्रकार से विधि व्यवस्था बिगड़ती है, तो पुलिस की ओर से कार्रवाई की जाएगी.

पढे़ं- अंधविश्वास: मासूम की आंख निकालकर पहनी ताबीज, कारण जान आप भी होंगे हैरान


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गया: बिहार के गया में अंधविश्वास (Superstition In Bihar) के चक्कर में पड़कर भजन कीर्तन किया जा रहा है. दरअसल बभनडीह गांव के कौलेश्वर यादव के 12 वर्षीय पुत्र की ताड़ के पेड़ से गिरने से हो गई थी. किशोर की मौत के बाद उसे लोगों ने दफनाया था. अब उसे जिंदा करने के लिए 3 दिनों का भजन कीर्तन (Bhajan Kirtan at child grave in gaya) किया जा रहा है. बच्चे के कब्र के ऊपर एक पुस्तक रखी हुई है जिसे पढ़कर ही भजन किया जा रहा है.

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पेड़ से गिरने से बच्चे की मौत: जानकारी के अनुसार आमस थाना के बभनडीह गांव के कौलेश्वर यादव का पुत्र 12 वर्षीय रंजन कुमार बीते दिन ताड़ के पेड़ पर चढ़ा था. ताड़ के फल को तोड़ने के लिए वह पेड़ के ऊपर तक चढ़ गया था. इसी बीच अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे गिर पड़ा. ऊंचाई से गिरने के कारण बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई. मौत के बाद परिवार के लोगों ने उसका अंतिम संस्कार करते हुए शव को दफना दिया था.

अंधविश्वास के चक्कर में पड़े परिजन: इसके बाद परिवार के कुछ लोगों को यह विश्वास हुआ कि भजन कीर्तन करने से बालक फिर से जीवित हो जाएगा. इसके लिए जिस स्थान पर रंजन को दफनाया गया था, वहां पर अब भजन कीर्तन शुरू (Superstition In gaya) कर दिया गया है. सोमवार से यह भजन कीर्तन चल रहा है. मंगलवार को दूसरे दिन भी लोग भजन कीर्तन करते रहे. लोगों का मानना है कि बुधवार को तीसरे दिन कीर्तन करने के बाद बच्चा जीवित हो जाएगा.

बच्चे को जिंदा करने के लिए कब्र के ऊपर भजन: लोगों की मानें तो कब्र के पास 3 दिनों तक बालक को जिंदा करने के लिए भजन कीर्तन के माध्यम से परमपिता परमेश्वर का आह्वान किया जाएगा. अंधविश्वास के चक्कर में फंसे लोगों को पूरा विश्वास है कि परमपिता परमेश्वर के आशीर्वाद से रंजन फिर से जीवित हो जाएगा और परिवार में खुशहाली लौट आएगी. फिलहाल कब्र से किशोर को जिंदा करने के लिए वहां पर परमपिता परमेश्वर का आह्वान एक किताब से पढ़कर लगातार किया जा रहा है और इसमें दर्जनों लोग शामिल हैं.



पुलिस ने कही ये बात: इस संबंध में आमस थाना के थानाध्यक्ष अरविंद किशोर का कहना है कि ताड़ के पेड़ से गिरकर 12 वर्षीय किशोर की मौत की उन्हें जानकारी नहीं है. साथ ही कब्र के पास भजन कीर्तन कर जिंदा करने की बात की भी उनकी जानकारी नहीं है. बताया कि इस तरह की स्थिति के बीच यदि किसी प्रकार से विधि व्यवस्था बिगड़ती है, तो पुलिस की ओर से कार्रवाई की जाएगी.

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