गया : बिहार में जारी कोरोना संकट के बीच इस वर्ष मार्च से ही गर्मी चरम पर है. कोरोना के बीच गर्मी से आम लोगों के साथ रोजेदारों और छठव्रतियों को काफी परेशानी हो रही है. वहीं, दोपहर में गया की सड़कों पर जनता कर्फ्यू जैसा नज़ारा देखने को मिल रहा है.
ये भी पढ़ें...आपने तो कहा था 2020 से बहुत कुछ सीखा, फिर बद से बदतर स्थिति क्यों? HC को लेना पड़ा संज्ञान
भीषण गर्मी की चपेट में गया
दरअसल, गया में पिछले दो दिन में 40 डिग्री के ऊपर अधिकतम पारा पहुंच गया है. वहीं, आज एक डिग्री अधिक होकर अधिकतम तापमान 41 डिग्री रहा है. दो दिनों से गया में भीषण गर्मी के चपेट में है. पछुआ हवा चलने के कारण दोपहर में घरों से निकलना लोगों के लिए मुश्किल हो गया है. सबसे ज्यादा परेशानी रोजेदारों को हो रही है. भीषण गर्मी में रोजेदारों के लिए रोजा रखना उनके लिए काफी मुश्किल हो रहा है. वहीं, छठ व्रत भी शुरू है. इस मौसम में छठव्रतियों को उपवास रखने में काफी परेशानी हो रही है.
ये भी पढ़ें...कोरोना : मौत के सरकारी आंकड़ों पर क्यों उठे सवाल, देखिए भयावह सच्चाई
'गया में पिछले पांच साल में बहुत ज्याद गर्मी देखने को मिल रही है. रोजा रखना मुश्किल है. लेकिन अल्लाह की दुआ है कि सब पार हो रहा है. बस दुआ है बाकी दिनों का रोजा सही बीत जाए'.-सद्दाम खान, रोजेदार'लोग गर्मी से बचाव के लिए गया शहर में शरबत और सत्तू पी रहे हैं. गया में गर्मी भीषण हो रही है. इस गर्मी में लोग आमझोरा और सत्तू पी रहे हैं.गर्मी से खासकर लू से बचाव के लिए आमझोरा बहुत कारगर है'.- मनोज कुमार, दुकानदारगौरतलब है कि 2019 में हिट वेब से दर्जनों लोगों की मौत गया जिले में हुई थी. हीट वेब से मौत की सरकारी आंकड़ा दर्जनों में थी. लेकिन जिले में सैकड़ों लोगों की मौत एक दिन में हीट वेब से हुई थी.