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Gaya News: कोरोना से मरने वालों के आत्मा की शांति के लिए सामूहिक पिंडदान - गया में पिंडदान

गया धाम में आंध्रा-तेलंगाना भवन के माध्यम से कोरोना से मरने वाले लोगों की आत्मा की मोक्ष प्राप्ति के लिए पिंडदान किया गया. बता दें कि यह पिंडदान फल्गु नदी के तट पर स्थित राम मंदिर के परिसर में किया गया.

पिंडदान
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Published : Jun 10, 2021, 4:06 PM IST

गया: बिहार के गया जिले में सामूहिक पिंडदान किया गया है. बता दें कि यह पिंडदान (Pind Daan) कोरोना से मरने वाले लोगों के लिए किया गया है. देश में कोरोना की दूसरी लहर में हजारों लोगों की मौत हो गई है. गया धाम में आंध्रा-तेलंगाना भवन के माध्यम से सामूहिक पिंडदान किया गया है. कर्मकांड विधि-विधान से फल्गु नदी के तट पर स्थित राम मंदिर के परिसर में किया गया.

इसे भी पढ़ें: गया: कोरोना काल में मरने वाले लोगों के लिए किया गया पिंडदान

फल्गु नदी पर किया गया पिंडदान
आंध्रा तेलंगाना (Telangana) भवन से जुड़े राहुल कुमार ने बताया कि हैदराबाद (Hyderabad) की संस्था शिवानंद सत्संकल्प फाउंडेशन (Sivananda Satsankalp Foundation) ने आज विष्णुपद क्षेत्र के निकट राममंदिर में फल्गु नदी (Falgu River) के तट पर मृत दिवंगत आत्माओं की मोक्ष प्राप्ति के लिए सामूहिक पिंडदान (Pind Daan) का आयोजन किया गया है. यह सामूहिक पिंडदान का आयोजन मनोहर लाल जी के माध्यम से गया धाम में किया गया.

देखें रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: गयाजी में 16वें दिन अक्षयवट में पिंडदान करने की है परंपरा, जानें क्या है मान्यता

पिंडदान से पूरी हुई सनातन परंपरा
पिंडदान के कर्मकांड में शामिल पंडित गणेश आचार्य ने बताया कि सामूहिक पिंडदान (Pind Daan) का आयोजन मृत आत्माओं की मोक्ष के लिए किया जा रहा है. क्योंकि कोविड-19 से मरने वाले कई लोगों का अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका है. वहीं जिन लोगों का अंतिम संस्कार हुआ भी है उनके पुत्र या संतान ने मुखाग्नि नहीं दी है. उनका सनातन परंपरा के माध्यम से अंतिम संस्कार नहीं किया गया है.

सामूहिक पिंडदान.
सामूहिक पिंडदान.

आमवस्या तिथि को किया जाएगा सामूहिक पिंडदान
कोरोना से मरने वाले सभी आत्माओं को मोक्ष मिले इसके लिए इस अमावस्या तिथि को विशेष श्राद्ध कर्म किया जा रहा है. वहीं आगामी दो अन्य आमवस्या तिथि को भी सामूहिक पिंडदान (Pind Daan) किया जाएगा. आपको बता दें कि गया धाम पूरे विश्व में पितरों के मोक्ष प्राप्ति के लिए प्रसिद्ध है. यहां देश-विदेश से लोग अपने पितरों के मोक्ष प्राप्ति के लिए पिंडदान करने आते हैं.

गया: बिहार के गया जिले में सामूहिक पिंडदान किया गया है. बता दें कि यह पिंडदान (Pind Daan) कोरोना से मरने वाले लोगों के लिए किया गया है. देश में कोरोना की दूसरी लहर में हजारों लोगों की मौत हो गई है. गया धाम में आंध्रा-तेलंगाना भवन के माध्यम से सामूहिक पिंडदान किया गया है. कर्मकांड विधि-विधान से फल्गु नदी के तट पर स्थित राम मंदिर के परिसर में किया गया.

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फल्गु नदी पर किया गया पिंडदान
आंध्रा तेलंगाना (Telangana) भवन से जुड़े राहुल कुमार ने बताया कि हैदराबाद (Hyderabad) की संस्था शिवानंद सत्संकल्प फाउंडेशन (Sivananda Satsankalp Foundation) ने आज विष्णुपद क्षेत्र के निकट राममंदिर में फल्गु नदी (Falgu River) के तट पर मृत दिवंगत आत्माओं की मोक्ष प्राप्ति के लिए सामूहिक पिंडदान (Pind Daan) का आयोजन किया गया है. यह सामूहिक पिंडदान का आयोजन मनोहर लाल जी के माध्यम से गया धाम में किया गया.

देखें रिपोर्ट.

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पिंडदान से पूरी हुई सनातन परंपरा
पिंडदान के कर्मकांड में शामिल पंडित गणेश आचार्य ने बताया कि सामूहिक पिंडदान (Pind Daan) का आयोजन मृत आत्माओं की मोक्ष के लिए किया जा रहा है. क्योंकि कोविड-19 से मरने वाले कई लोगों का अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका है. वहीं जिन लोगों का अंतिम संस्कार हुआ भी है उनके पुत्र या संतान ने मुखाग्नि नहीं दी है. उनका सनातन परंपरा के माध्यम से अंतिम संस्कार नहीं किया गया है.

सामूहिक पिंडदान.
सामूहिक पिंडदान.

आमवस्या तिथि को किया जाएगा सामूहिक पिंडदान
कोरोना से मरने वाले सभी आत्माओं को मोक्ष मिले इसके लिए इस अमावस्या तिथि को विशेष श्राद्ध कर्म किया जा रहा है. वहीं आगामी दो अन्य आमवस्या तिथि को भी सामूहिक पिंडदान (Pind Daan) किया जाएगा. आपको बता दें कि गया धाम पूरे विश्व में पितरों के मोक्ष प्राप्ति के लिए प्रसिद्ध है. यहां देश-विदेश से लोग अपने पितरों के मोक्ष प्राप्ति के लिए पिंडदान करने आते हैं.

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