गया: बिजली की समस्या से गया शहर का हर तबका परेशान है. गया शहर बिहार का सबसे गर्म शहर है. इसके बावजूद शहर में बिजली की आपूर्ति जरूरत के अनुसार नहीं होती है. ईटीवी ने बिजली समस्या को लेकर प्रमुखता से खबर चलायी थी जिसका असर अब दिख रहा है. मामला लोक शिकायत निवारण केंद्र से लेकर मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है. ऐसे में केंद्र सरकार और राज्य सरकार दावा करती है कि हर गांव में बिजली पहुंच चुकी है. लेकिन, जो बिजली पहुंची है उसकी आपूर्ति कितनी होती है इसकी जानकारी सरकार को नहीं है.
मध्यवर्गीय और गरीब है भुक्तभोगी
बड़े तबके के लोग बिजली की समस्या को दूर करने के लिए अन्य उपकरण का उपयोग कर लेते हैं. मध्यवर्गीय परिवार और गरीब बिजली आने का इंतजार करते रहते हैं. शहर में सैकड़ों की संख्या में लॉज हैं. छात्र गांव से यहां पढ़ने आते हैं. उनको यहां सारी सुविधा मिलती है. लेकिन शहर में बिजली नहीं रहने से काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.
रैन बसेरों में लोगों का रहना मुहाल
बिजली की परेशानी के कारण रैन बसेरों में गरीबों की हालत बहुत खराब है. शहर का रैन बसेरा डिब्बानुमा बंद कमरे जैसा है. कोई भी रूम हवादार नहीं है. बिजली कटने पर लोग बसेरा छोड़ सड़क किनारे सोने को मजबूर हैं. रैन बसेरा के संचालक ने बताया कि यहां बिजली नहीं रहने से अब लोग कम आते हैं. वे लगातार बारिश होने पर ही आते हैं.
जदयू नेता के मेल को लिया संज्ञान में
शहर की बिजली समस्या को लेकर बेलागंज निवासी महेश शर्मा ने लोक शिकायत निवारण केंद्र में शिकायत दर्ज की. वहीं जदयू के नेता मुख्यमंत्री को मेल कर पूरी जानकारी दे चुके है. सीएम ने मेल को बिजली विभाग के प्रधान सचिव को फॉरवर्ड किया. प्रधान सचिव ने इस मेल को गंभीरता से लेते हुए एक टीम पटना से बिजली व्यवस्था का आंकलन करने के लिए भेज दी है.