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बेकार हो रही कचरे से खाद बनाने के लिए लगाई गई लाखों की मशीन - municipal corporation

गया नगर निगम के डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव बताते हैं कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. अगर कोई अनियमितता होती है तो निश्चित रूप से करवाई की जाएगी.

कबाड़ की तरह पड़ी लाखों की मशीन
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Published : Apr 16, 2019, 4:27 PM IST

गया: नगर निगम द्वारा लगाए गए कंपोस्टिंग मशीन उचित रख रखाव के अभाव में बेकार हो रही हैं. ये कपोस्टिंग मशीन शहर में अलग-अलग स्थानों पर कचरे से खाद बनाने के लिए लगाई गई हैं. मगर सुरक्षा के कोई इंतजाम न होने के कारण अब ये मशीन बच्चों के खेलने के काम आ रही हैं.
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत विष्णुपद और अक्षयवट एक माह पूर्व कपोस्टिंग मशीन लगाई गई थी. मगर लाखों रुपए की लागत से लगाई गयी इन मशीनों की सुरक्षा भगवान भरोसे है. नगर निगम की ओर से इन मशीनों की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम अब तक नहीं किया गया है.
अक्षयवट के निवासी बताते हैं कि इस मशीन के माध्यम से पिंडदान से निकलने वाले सामग्री से खाद बनाए जाने का प्लान था. मगर नगर निगम की लापरवाही के कारण लाखों की मशीन अब बच्चों के खेलने का वस्तु बन गयी है. इसे देखने वाला कोई नहीं है. बच्चे अक्सर मशीन के साथ छेड़छाड़ करते रहते हैं.

कबाड़ की तरह पड़ी लाखों की मशीन
गया नगर निगम के डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव बताते हैं कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. अगर कोई अनियमितता होती है तो निश्चित रूप से करवाई की जाएगी. आचार संहिता के वजह से मेयर और वे इसे देखने नहीं जा पाए थे. इसलिए इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.हालांकि नगर आयुक्त कंचन कुमार ने कहा कि बिजली स्थायी रूप से नहीं मिलने की वजह से यह चालू नहीं हो सका है. कार्यपालक अभियंता को कहा गया है बिजली का कनेक्शन लेकर पांचो मशीन को चालू किया जाए. जल्द ही मशीनों को प्रयोग में लाया जाएगा. हालांकि नगर निगम में यह पहले भी देखा जा चुका है कि मशीन लाखों के आते तो हैं मगर व्यवस्था और सुरक्षा के अभाव में पड़े-पड़े बेकार हो जाते हैं.

गया: नगर निगम द्वारा लगाए गए कंपोस्टिंग मशीन उचित रख रखाव के अभाव में बेकार हो रही हैं. ये कपोस्टिंग मशीन शहर में अलग-अलग स्थानों पर कचरे से खाद बनाने के लिए लगाई गई हैं. मगर सुरक्षा के कोई इंतजाम न होने के कारण अब ये मशीन बच्चों के खेलने के काम आ रही हैं.
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत विष्णुपद और अक्षयवट एक माह पूर्व कपोस्टिंग मशीन लगाई गई थी. मगर लाखों रुपए की लागत से लगाई गयी इन मशीनों की सुरक्षा भगवान भरोसे है. नगर निगम की ओर से इन मशीनों की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम अब तक नहीं किया गया है.
अक्षयवट के निवासी बताते हैं कि इस मशीन के माध्यम से पिंडदान से निकलने वाले सामग्री से खाद बनाए जाने का प्लान था. मगर नगर निगम की लापरवाही के कारण लाखों की मशीन अब बच्चों के खेलने का वस्तु बन गयी है. इसे देखने वाला कोई नहीं है. बच्चे अक्सर मशीन के साथ छेड़छाड़ करते रहते हैं.

कबाड़ की तरह पड़ी लाखों की मशीन
गया नगर निगम के डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव बताते हैं कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. अगर कोई अनियमितता होती है तो निश्चित रूप से करवाई की जाएगी. आचार संहिता के वजह से मेयर और वे इसे देखने नहीं जा पाए थे. इसलिए इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.हालांकि नगर आयुक्त कंचन कुमार ने कहा कि बिजली स्थायी रूप से नहीं मिलने की वजह से यह चालू नहीं हो सका है. कार्यपालक अभियंता को कहा गया है बिजली का कनेक्शन लेकर पांचो मशीन को चालू किया जाए. जल्द ही मशीनों को प्रयोग में लाया जाएगा. हालांकि नगर निगम में यह पहले भी देखा जा चुका है कि मशीन लाखों के आते तो हैं मगर व्यवस्था और सुरक्षा के अभाव में पड़े-पड़े बेकार हो जाते हैं.
Intro:गया नगर निगम ने एक माह पूर्व विष्णुपद और अक्षयवट में कपोस्टिंग मशीन लगाया था , पांचो मशीन बच्चों को खेलने का वस्तु बन गया है। उप मेयर कहते हैं मशीन के बारे में जानकारी नही है वही नगर आयुक्त ने कहा जल्द ही मशीन को प्रयोग में लाया जाएगा।


Body:शहर ,विष्णुपद मंदिर और अक्षयवट से कचरा से खाद बनाने के लिए शहर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत दो स्थानों पर लाखों रुपए की लागत से लगाई गई कंपोस्टिंग मशीन सुरक्षा भगवान भरोसे है। नगर निगम की ओर से इन मशीनों की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम अब तक नहीं किया गया है । गौरतलब है कि नगर निगम द्वारा कुछ माह पहले ही अक्षय वट के पास दो और विष्णुपद मंदिर के पास तीन मशीन लगाई गई थी। अक्षयवट एवं विष्णुपद के पास मशीन खुले में पड़े खराब हो रहे हैं, वहीं इन दोनों स्थानों पर कुछ लोग मशीन के साथ छेड़छाड़ करते दिखे और बच्चों को मशीनों के साथ खेलते दिखे , हालांकि नगर निगम में यह पहले भी देखा जा चुका है मशीन लाखो के आते है व्यवस्था और सुरक्षा के अभाव में पड़े पड़े बेकार हो जाती हैं।

अक्षयवट के निवासी बताते हैं नगर निगम के लापरवाही के कारण लाखों की मशीन बच्चों को खेलने का वस्तु बन गया है उसे देखने वाला कोई नहीं है बच्चे अक्सर मशीन के साथ छेड़छाड़ करते रहते हैं इस मशीन के माध्यम से पिंडदान से निकलने वाले सामग्री से खाद बनाए जाने का प्लान था।

गया नगर निगम के डिप्टी में मोहन श्रीवास्तव बताते हैं इस मशीन के बारे में कोई जानकारी नहीं है अगर लगाया गया है तो कोई अनियमितता पाई गई तो निश्चित रूप से करवाई की जाएगी । आचार संहिता के वजह से मेयर और मैं देखने नही गया था इसके बारे में जानकारी नही है।




Conclusion:गया नगर निगम के आयुक्त कंचन कुमार ने बताया विष्णुपद और अक्षय वट के पास कचरे से खाद बनाने वाला पांच मशीन लगाया गया है। बिजली स्थायी रूप से नही मिलने से चालू नही हो सका है। कार्यपालक अभियंता को कहा गया है बिजली की कनेक्शन लेकर पांचो मशीन को चालू किया जाए। 500 किलो कचरा से 60 से 100 किलो खाद बनेगा। इसकी सुरक्षा को लेकर सुरक्षा प्रहरी को लगाया गया है।
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