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बोले मांझी: ANMMCH में महिला के साथ हुए दुर्व्यवहार की हो उच्च स्तरीय जांच

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने गया के एएनएमएमसीएच अस्पताल में महिला के साथ हुए दुर्व्यवहार पर दुख जताया है. उन्होंने इस घटना की जांच कराने की मांग की है.

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Published : Apr 9, 2020, 7:49 AM IST

गया:अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले कुछ दिनों पहले एक महिला के साथ हुए अमानवीय व्यवहार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह हिंदुस्तान आवाम मोर्चा सेकुलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है.

हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पांडे ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिये पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के बयान को जारी किया. जारी बयान में कहा गया है कि डॉक्टर धरती के भगवान होते हैं. अगर डॉक्टर इलाज के लिए भर्ती महिला के साथ गलत व्यवहार कर दे तो वो सबसे बड़ा हैवान हो जाता है. ये देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण घटना है.

पूर्व सीएम ने की जांच की मांग
मांझी ने ये भी कहा कि मगध मेडिकल में कई लोग 10 से 15 वर्षों से अड्डा जमा हुए हैं. यही कारण है कि वहां के लोग जनसेवा की भावना छोड़ और दुर्भावना पर ज्यादा ध्यान देते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री इस संबंध में जिला पदाधिकारी से बात कर इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.

क्या है मामला?
आपको बता दें कि एएनएमएमसीएच में बांकेबाजर प्रखण्ड के रहनेवाली 24 वर्षीय महिला एक अप्रैल को भर्ती हुई थी. उसे इमरजेंसी वार्ड से आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया था. कुछ दिन बाद उसे छुट्टी दे दिया गया. लेकिन 6 अप्रैल को महिला की मौत हो गयी. महिला के मौत होने के बाद उसकी सास ने आरोप लगाया कि मेरी बहु के साथ डॉक्टर ने आइसोलेशन वार्ड में गलत काम किया है. डिप्रेशन में आने से उसकी मौत हो गई है.

गया:अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले कुछ दिनों पहले एक महिला के साथ हुए अमानवीय व्यवहार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह हिंदुस्तान आवाम मोर्चा सेकुलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है.

हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पांडे ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिये पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के बयान को जारी किया. जारी बयान में कहा गया है कि डॉक्टर धरती के भगवान होते हैं. अगर डॉक्टर इलाज के लिए भर्ती महिला के साथ गलत व्यवहार कर दे तो वो सबसे बड़ा हैवान हो जाता है. ये देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण घटना है.

पूर्व सीएम ने की जांच की मांग
मांझी ने ये भी कहा कि मगध मेडिकल में कई लोग 10 से 15 वर्षों से अड्डा जमा हुए हैं. यही कारण है कि वहां के लोग जनसेवा की भावना छोड़ और दुर्भावना पर ज्यादा ध्यान देते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री इस संबंध में जिला पदाधिकारी से बात कर इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.

क्या है मामला?
आपको बता दें कि एएनएमएमसीएच में बांकेबाजर प्रखण्ड के रहनेवाली 24 वर्षीय महिला एक अप्रैल को भर्ती हुई थी. उसे इमरजेंसी वार्ड से आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया था. कुछ दिन बाद उसे छुट्टी दे दिया गया. लेकिन 6 अप्रैल को महिला की मौत हो गयी. महिला के मौत होने के बाद उसकी सास ने आरोप लगाया कि मेरी बहु के साथ डॉक्टर ने आइसोलेशन वार्ड में गलत काम किया है. डिप्रेशन में आने से उसकी मौत हो गई है.

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