गया: जन अधिकार छात्र परिषद के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को शहर के टावर चौक के पास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव कुमार कन्हैया ने कहा कि लोकतंत्र में आंदोलन के माध्यम से सबको अपनी बात रखने का अधिकार है. लेकिन कुछ दिन पहले नीतीश सरकार ने छात्रों के खिलाफ कानून लाकर इस अधिकार को भी छीन लिया.
'अब अगर छात्र आंदोलन करते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्हें नौकरी से भी वंचित कर दिया जाएगा. बिहार में शैक्षणिक लापरवाही का आलम यह है कि आए दिन छात्र आंदोलन करते रहते हैं. ऐसे में छात्रों के आंदोलन के अधिकार को भी सरकार ने छीन लिया है. इसे लेकर आज पूरे बिहार में जन अधिकार छात्र परिषद के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन कर रहे हैं.' -राजीव कुमार कन्हैया, राष्ट्रीय प्रवक्ता, जाप
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कानून वापस नहीं होने तक करेंगे आंदोलन
वहीं जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश सचिव अविनाश कुमार ने कहा कि कुछ दिन पहले नीतीश सरकार ने एक सर्कुलर लाकर छात्रों के आंदोलन पर रोक लगा दी. उन्होंने कहा कि शैक्षणिक अव्यवस्था के खिलाफ आए दिन हमलोग आंदोलन करते रहते हैं. लेकिन नीतीश सरकार ने उस अधिकार को भी छीन लिया है. अब पॉलिटिकल पार्टियों के पदाधिकारियों पर टिप्पणी करने या उनके खिलाफ आंदोलन करने पर छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्हें नौकरी से भी वंचित करते हुए किसी तरह का ठेका भी नहीं दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम नीतीश कुमार से जानना चाहते हैं कि क्या छात्रों की पढ़ाई सिर्फ ठेका देने के लिए की जाती है? उन्होंने कहा कि जब तक यह कानून वापस नहीं हो जाता, तब तक छात्र परिषद के कार्यकर्ता आंदोलनरत रहेंगे.