गया: बोधगया के विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शीशे की दीवार बनकर तैयार हो गई है. मंदिर के एंट्री गेट पर ही यह दीवार बनाई गई है. इसको बनने में करीब एक महीने का समय लगा है. इस शीशे की दीवार से महाबोधि मंदिर की सुरक्षा बेहतर होगी.
मंदिर के सुरक्षा व्यवस्था को किया गया मजबूत
महाबोधि मंदिर की यह शीशे की दीवार बीटीएमसी कार्यालय के पास के डीएफएमडी चेकिंग प्वाइंट से लेकर लाल पत्थर से होते हुए महाबोधि मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार तक खड़ी की गई है. इससे डीएफएमडी की जांच से गुजरने के बाद महाबोधि मंदिर परिसर से बाहर निकलने तक किसी भी बाहरी व्यक्ति से संपर्क होने की संभावना खत्म हो गई.
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मंदिर परिसर में मना
बताया जाता है कि महाबोधि मंदिर की सुरक्षा को लेकर लगाई गई यह शीशे की दीवार के बनने में लाखों की लागत आयी है. विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर पर हमेसा आतंकियों के निशाने पर रहता है. इस कारण भी सुरक्षा के नजरिये से बहुत बड़े परिवर्तन किये गये हैं. पुलिस के जवानों की ओर से विशेष नजर रखी जाएगी. महाबोधी मंदिर के अन्दर मोबाईल फोन चार्जिंग या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मंदिर परिसर ले जाने की अनुमति जिला प्रशासन की ओर से नहीं है. इस शीशे की दीवार लग जाने से मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और भी चुस्त दुरुस्त कर दिया गया है.