गयाः खिजरसराय में गैर निबंधित नर्सिंग होम में एक युवक की मौत इलाज के दौरान हो गई. जिसके बाद मृतक के परिजन शव को नर्सिंग होम में रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया और नर्सिंग होम के संचालक पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. इस दौरान अन्य लोगों ने सड़क यातायात को लगभग 5 घंटे बाधित रखा. सूचना पर एडीपीओ विनय कुमार शर्मा और एसडीएम मनोज कुमार मौके पर जाकर जायजा लिया. वहीं विधायक अजय यादव मौके पर पहुंचे और परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी.
इलाज के दौरान हुई मौत
दरअसल, मृतक के परिजन सब्जी की खेती और दुकान भी लगाते है. इसलिए देर शाम पंचमहला गांव का रहने वाला आरिफ आलम 28 खेत से मूली उखाड़कर लाया था. इस दौरान उसकी तबियत बिगड़ी तो परिजनों ठंड लगने की आशंका हुई. आनन-फानन में उसे इलाज के लिए खिजरसराय लाया गया. परिजनों ने इलाज के लिए उसे निजी अस्पताल में भर्ती करवा दिया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.
सिविल सर्जन नहीं उठाए विधायक का फोन
अवैध रूप से हॉस्पिटल संचालित होने को लेकर जब ग्रामीण आक्रोशित हो गए. वहीं इस मामले को लेकर अतरी विधायक रंजीत यादव ने सिविल सर्जन से बात करने के लिए कई बार फोन लगाया. लेकिन सिविल सर्जन ने विधायक का फोन रिसीव नहीं किया. जिसके बाद विधायक ने बिहार सरकार में अफसरशाही को लेकर नाराजगी व्यक्त किया और कहा कि जब जनप्रतिनिधि का फोन अधिकारी नहीं उठाते हैं तो आम आदमी की क्या विसात है.
कंपाउंडर ने किया इलाज
घटना के विषय मे पंचमहला गांव के रफीक आलम ने बताया कि अपने 28 पुत्र आरिफ आलम को खिजरसराय धुरा पर स्थित ग्लोबल नर्सिंग होम में ठंड लगने की शिकायत के बाद इलाज के लिए लाए थे. जहां कोई चिकित्सक नहीं था, पर हमें बताया गया कि चिकित्सक है. चिकित्सक के अनुपस्थिति में हॉस्पिटल में रहे कंपाउंडर और अन्य कर्मी इलाज में लग गए. इलाज के दौरान हालात बिगड़ी और 3 बजे सुबह उसकी मौत हो गई. मौत होने के बाद हॉस्पिटल से सभी कर्मी भाग गए.
परिजनों ने नहीं दी लिखित शिकायत
वहीं इस मामले में थाना अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि शव को मृतक के परिजन अपनी इच्छा से अंतिम संस्कार के लिए ले गए. परिजनों ने इस मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं की है. अगर परिजन शिकायत करेंगे तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी.