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VIDEO : हाथ के बल पर पहाड़ की सीढ़ियां उतरता है ये शख्स, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज - Sukanta Kumar Pathak

बिहार के गया जिले के एक शख्स ने अपने हाथ के बल पर पहाड़ की 440 सीढ़ियां उतरकर 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' (India Book Of Record) में अपना नाम दर्ज करा लिया है. शख्स का यह हौसला देख हर कोई हैरान है. देखें रिपोर्ट...

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Published : Jul 28, 2021, 12:18 PM IST

Updated : Jul 28, 2021, 3:47 PM IST

गया: इंसान सीढ़ियों से चढ़ने-उतरने में थकान महसूस करने लगता है और उसके पैर थक जाते हैं. लेकिन गया से एक हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है. यहां एक युवक ने पैरों से नहीं बल्कि हाथों से ही 440 सीढ़ियां पूरे रफ्तार के साथ नाप दी. जी हां, गया जिले के रहने वाले सुकांत ने अपने हाथों के बल पर 440 खतरनाक सीढ़ियों से नीचे उतर कर अपना नाम 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' (India Book Of Record) में दर्ज करा लिया है.

इसे भी पढ़ें: IIT पटना के छात्रों ने तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड, एक छात्र को मिला 54.57 लाख का पैकेज

बिहार की धार्मिक नगरी गया (Gaya) में ब्रह्मयोनि पहाड़ी सबसे ऊंची है. इस पहाड़ की चोटी से हाथों के बल उतरकर सुकांत ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है. इस रिकॉर्ड के लिए सुकांत का नाम 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज हुआ है. सुकांत अब गिनीज ऑफ बुक रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए हर दिन पसीना बहा रहा है.

देखें रिपोर्ट.

बता दें कि सुकांत कुमार पाठक (Sukanta Kumar Pathak) एक मध्यवर्गीय परिवार से संबंध रखता है. सुकांत का घर गया जिले के विष्णुपद थाना क्षेत्र के अंतर्गत उपरडीह मोहल्ले में है. सुकांत के पिता सुनील पाठक पुजारी और योग टीचर हैं. सुकांत को बचपन से डांस का शौक था. वह जिस तरीके से डांस स्टेप करता, उसे देख लोग अवाक रह जाते.

ये भी पढ़ें: पटना IIT ने बनाया प्लेसमेंट का रिकॉर्ड, ग्रेजुएट होने से पहले ही मिला 52 लाख का जॉब

सुकांत ने दो साल पहले पिता से योग और डांस गुरु से हैंड बैलेंस की ट्रेनिंग शुरू की थी. उस वक्त किसी को पता नहीं था कि सुकांत एक दिन गया ही नहीं बल्कि पूरे बिहार का नाम रोशन करेगा. वहीं, अब सुकांत देश का नाम रोशन करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है.

'हैंड बैलेंस के जरिये मैं ब्रह्मयोनि पहाड़ की 440 सीढ़ियों से नीचे उतर जाता हूं. एक बार में 100 सीढ़ियां उतर जाता हूं. 440 सीढ़ियां उतरने के लिए कुछ सेकंड के लिए ब्रेक लेता हूं. हैंड बैलेंस करने के लिए योगा और अभ्यास जरूरी है. मैं शुरुआती दौर में घर पर ही छत से नीचे उतरते समय गिर गया था. तब पापा ने डांटा था. इसके बाद मैंने घर पर अभ्यास करना छोड़ दिया. उसके बाद फल्गु नदी में बने घाट की सीढ़ियों पर अभ्यास करने लगा. अब वर्तमान समय में ब्रह्मयोनि पहाड़ पर अभ्यास कर रहा हूं.' -सुकांत कुमार पाठक

जस्ट डांस एकेडमी के निदेशक शुभम श्रीवास्तव ने सुकांत को इसके लिए प्रेरित किया. उन्होंने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में सुकांत का पंजीकरण करवाया. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड वालों ने सुकांत का एक वीडियो बनाया. उस वीडियो को कई जजों ने देखा. जिसके बाद सुकांत को यह ख्याति मिली. बता दें कि सुकांत को जब इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड से प्रमाण पत्र और मेडल मिला तब घर वालों को पता नहीं था.

सुकांत के पास मोबाइल न होने से दोस्तों के मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करता है. सुकांत का सपना डांस के वर्ल्ड लेवल की प्रतियोगिता में भाग लेना है. जिससे वह देश का नाम रोशन कर सके. इसके साथ ही सुकांत गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में 50 सेकंड में 50 सीढ़ियां उतरने का रिकॉर्ड अपने नाम पर दर्ज कराना चाहता है.

गया: इंसान सीढ़ियों से चढ़ने-उतरने में थकान महसूस करने लगता है और उसके पैर थक जाते हैं. लेकिन गया से एक हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है. यहां एक युवक ने पैरों से नहीं बल्कि हाथों से ही 440 सीढ़ियां पूरे रफ्तार के साथ नाप दी. जी हां, गया जिले के रहने वाले सुकांत ने अपने हाथों के बल पर 440 खतरनाक सीढ़ियों से नीचे उतर कर अपना नाम 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' (India Book Of Record) में दर्ज करा लिया है.

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बिहार की धार्मिक नगरी गया (Gaya) में ब्रह्मयोनि पहाड़ी सबसे ऊंची है. इस पहाड़ की चोटी से हाथों के बल उतरकर सुकांत ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है. इस रिकॉर्ड के लिए सुकांत का नाम 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज हुआ है. सुकांत अब गिनीज ऑफ बुक रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए हर दिन पसीना बहा रहा है.

देखें रिपोर्ट.

बता दें कि सुकांत कुमार पाठक (Sukanta Kumar Pathak) एक मध्यवर्गीय परिवार से संबंध रखता है. सुकांत का घर गया जिले के विष्णुपद थाना क्षेत्र के अंतर्गत उपरडीह मोहल्ले में है. सुकांत के पिता सुनील पाठक पुजारी और योग टीचर हैं. सुकांत को बचपन से डांस का शौक था. वह जिस तरीके से डांस स्टेप करता, उसे देख लोग अवाक रह जाते.

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सुकांत ने दो साल पहले पिता से योग और डांस गुरु से हैंड बैलेंस की ट्रेनिंग शुरू की थी. उस वक्त किसी को पता नहीं था कि सुकांत एक दिन गया ही नहीं बल्कि पूरे बिहार का नाम रोशन करेगा. वहीं, अब सुकांत देश का नाम रोशन करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है.

'हैंड बैलेंस के जरिये मैं ब्रह्मयोनि पहाड़ की 440 सीढ़ियों से नीचे उतर जाता हूं. एक बार में 100 सीढ़ियां उतर जाता हूं. 440 सीढ़ियां उतरने के लिए कुछ सेकंड के लिए ब्रेक लेता हूं. हैंड बैलेंस करने के लिए योगा और अभ्यास जरूरी है. मैं शुरुआती दौर में घर पर ही छत से नीचे उतरते समय गिर गया था. तब पापा ने डांटा था. इसके बाद मैंने घर पर अभ्यास करना छोड़ दिया. उसके बाद फल्गु नदी में बने घाट की सीढ़ियों पर अभ्यास करने लगा. अब वर्तमान समय में ब्रह्मयोनि पहाड़ पर अभ्यास कर रहा हूं.' -सुकांत कुमार पाठक

जस्ट डांस एकेडमी के निदेशक शुभम श्रीवास्तव ने सुकांत को इसके लिए प्रेरित किया. उन्होंने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में सुकांत का पंजीकरण करवाया. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड वालों ने सुकांत का एक वीडियो बनाया. उस वीडियो को कई जजों ने देखा. जिसके बाद सुकांत को यह ख्याति मिली. बता दें कि सुकांत को जब इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड से प्रमाण पत्र और मेडल मिला तब घर वालों को पता नहीं था.

सुकांत के पास मोबाइल न होने से दोस्तों के मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करता है. सुकांत का सपना डांस के वर्ल्ड लेवल की प्रतियोगिता में भाग लेना है. जिससे वह देश का नाम रोशन कर सके. इसके साथ ही सुकांत गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में 50 सेकंड में 50 सीढ़ियां उतरने का रिकॉर्ड अपने नाम पर दर्ज कराना चाहता है.

Last Updated : Jul 28, 2021, 3:47 PM IST
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