गया : गया के डीएम डॉक्टर त्यागराजन एसएम और एसएसपी आशीष भारती ने संयुक्त रूप से छट घाटों पर पहुंचकर दंडाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारी के साथ मौके पर ही ब्रीफिंग की. डीएम और एसएसपी ने संबंधित पदाधिकारी को निर्देशित किया. इस दौरान कहा गया कि बाईपास से केंदुई घाट के आगे तक निरंतर मोटरसाइकिल से सुरक्षा बल गश्ती करेंगे. साथ ही पैदल गश्ती भी रखी जाएगी. बाईपास घुंंघड़ीताड़ के पास जाम नहीं हो, इसे हर हाल में सुनिश्चित करना होगा. अगले 4 दिनों तक सभी महत्वपूर्ण छठ घाटों पर पुलिस लगातार मूवमेंट रखें. वहीं बाजार वाले क्षेत्रों में भी मूमेंट रखी जाए.
झारखंडी घाट का किया गया निरीक्षण : डीएम और एसएसपी ने झारखंडी घाट का भी निरीक्षण किया. घाट जाने के लिए चौथ चौड़ा पाथवे बनाया गया है, जो सीधे नदी तक जाएगा. नदी में पाथवे के सहारे उतारने के लिए 50 की संख्या में लकड़ी का चौकी लगवाया जा रहा है, ताकि अर्ध्य देने वाले छठ व्रत्तियों का सामान एवं दौरा को रखने में आसानी हो सके.
बैरिकेडिंग एवं लाल झंडा लगाने का निर्देश : श्रद्धालुओं को स्नान के लिए झरना की भी व्यवस्था की जा रही है. इस घाट पर 60 से 70 वालंटियर आई कार्ड के साथ मौजूद रहेंगे. डीएम ने यह भी कहा कि झारखंडी घाट में पानी की गहराई का आंकलन करवा ली जाए. यह सुरक्षा के लिए लिहाज से जरूरी है. वहीं ज्यादा गहराई रहने पर बैरिकेडिंग एवं लाल झंडा लगाना सुनिश्चित करें.
''छठ पर्व के अवसर पर एसडीआरएफ की एक टीम जिले में मौजूद है. इसके अलावे 30 गोताखोर विभिन्न छठ घाटों पर रहेगें. ड्रोन के माध्यम से विभिन्न नदी एवं तालाब में छठ पर्व के दौरान लगातार मूवमेंट रखा जाएगा.''- डॉक्टर त्यागराजन एसएम, डीएम, गया
ये है महत्वपूर्ण छठ घाट : गया शहरी क्षेत्र में महत्वपूर्ण छठ घाट में देवघाट, सीताकुंड, पंचदेव घाट, रुक्मणी तालाब, सूरजकुंड सहित अन्य सरोवर हैं, जहां सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग करवाई जा रही है. इन सभी छठ घाटों पर सीसीटीवी की व्यवस्था रखी गई है. देवघाट एवं सूर्यकुंड में ड्रोन के माध्यम से भी निगरानी रखी जाएगी. इसके अलावा पिता महेश्वर, सूरजकुंड एवं केंदुई में नियंत्रण कक्ष बनाया जा रहा है.
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