गया: मोक्षनगरी गया बिहार का महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है. जहां रोजाना सैकड़ों की संख्या में सैलानी रोज पहुंचते हैं. ऐसे में शहरी के मुख्य चौक-चौराहों पर तो बेहतरीन साफ-सफाई दिखती है. लेकिन, शहर के भीतर गली-कस्बों में हालात बदतर हैं. गलियों के हर मोड़ पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
गौरतलब है कि टूरिज्म के नजरिए से गया शहर काफी महत्वपूर्ण है. जिस कारण यहां नगर निगम का बजट कुछ सालों में लाखों से करोड़ों तक पहुंच गया. लेकिन, व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई. नतीजतन अत्याधुनिक मशीनें होने के बावजूद कूड़ा सड़क पर फैला दिखता है.
नगर निगम प्रस्ताव को सरकार ने दी मंजूरी
दरअसल, बिहार के अति महत्वपूर्ण शहर गया में साफ सफाई के लिए सरकार ने सारी आधुनिक मशीन गया नगर निगम को दीं थी. स्थानीय लोगों का कहना है कि 15 फीट की सड़क गंदगी के कारण 5 फीट ही इस्तेमाल हो पाती है. सफाई नहीं होने के कारण सारा कचड़ा सड़क पर फैला हुआ है.
कई बीमारियों को दे रहा न्योता
आसपास रह रहे लोगों का कहना है कि हालात इतने खराब है कि उन्हें खिड़कियां बंद रखनी पड़ती है. बावजूद इसके दुर्गंध घरों में घुसती है. बच्चे आए दिन बीमार पड़ते रहते हैं. शिकायत के बावजूद नगर निगम बेसुध है. शिकायत करने के बाद एक-दो दिन कर्मी आते हैं और फिर वापस हालात वही हो जाते हैं. कोई छिड़काव भी नहीं किया जाता है.
हालात से विपरीत बयान दे रहे मेयर
पूरे मामले पर गया नगर निगम के मेयर गणेश पासवान का कहना है कि शहर में साफ सफाई का मुकम्मल व्यवस्था है. आधुनिक मशीनों के प्रयोग से साफ-सफाई करवाई जा रही है. अगर जरूरत पड़ी तो और मशीनों की खरीदारी की जाएगी.