गया (इमामगंज): जिले के अतिनक्सल प्रभावित डुमरिया प्रखंड के तारचुआ हदहदवा गांव में जंगल से हिरण का बच्चा भटक कर आ गया. दरसल, शंभु यादव बकरी चराने जंगल में गया था. जब शाम को शंभु यादव जंगल से लौटता तो देखा की बकरी के झुंड में हिरण का बच्चा भटक कर आ गया है.
वहीं, गांव में यह खबर फैलते ही, हिरण का बच्चा को देखने के लिए शंभु यादव के घर पर आसपास के ग्रामीणों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई. गांव के लोग हिरण के बच्चे को अपने हाथों में लेकर सेल्फी लेने लगे, तो वहीं कोई लोग उस बच्चे को दूध पिलाने लगे.
शंभु यादव ने वन विभाग के टीम को हिरण के बच्चें की सूचना दी. सूचना के बाद वन विभाग के कर्मी विनय राम और संजना कुमारी, ललिता भारती ने गांव में जाकर हिरण को अपने कब्जे में लिया. हिरण की बरामदगी के बाद उसकी स्वस्थ की जांच की गई और वन विभाग को सौंप दिया गया.
शेरघाटी फॉरेस्टर कार्यालय में रखा गया
'ग्रामीणों ने हिरण का बच्चा सौंपने के बाद उसे डुमरिया फॉरेस्टर कार्यालय लाकर उसकी स्वास्थ्य जांच की गई. जांच के क्रम में बच्चा बिल्कुल स्वस्थ पाया गया है. हिरण का बच्चा लगभग दो-तीन माह का ही है. उसे स्वास्थ जांच के बाद शेरघाटी फॉरेस्टर कार्यालय में रखा गया है. कुछ माह के बाद उसकी जांच पड़ताल करते हुए जंगल में छोड़ा जाएगा.'- विनय राम, कर्मी, वन विभाग