गया : बिहार के वैशाली में बीते सोमवार को एक सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. भागने के दौरान पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एनकाउंटर में दो अपराधियों को ढेर कर दिया था. दोनों अपराधी गया जिले के रहने वाले थे. इन अपराधियों में गया के बुनियादगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला सत्य प्रकाश उर्फ गोलू भी शामिल था. सत्य प्रकाश जब नाबालिक था, तभी से अपराध की दुनिया में चर्चित हुआ था.
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सगे चाचा की हत्या कर फरार था गोलू : गया के बुनियादगंज थाना क्षेत्र के जोड़ा मस्जिद इनारा का रहने वाले सत्य प्रकाश उर्फ गोलू का अपराधिक इतिहास रहा है. यह जब नाबालिग था, तभी से अपराध की दुनिया में कदम रख चुका था. इसके खिलाफ 31 दिसंबर 2020 को अपने चाचा सुनील शर्मा की हत्या करने का आरोप था. सगे चाचा की हत्या करने के बाद सत्य प्रकाश उर्फ गोलू फरार चल रहा था. वहीं इसका पूरा परिवार हत्या की इस वारदात में जेल भेजे गए थे.
3 साल से खोज नहीं पा सकी थी गया पुलिस : गया का सत्य प्रकाश उर्फ गोलू दिसंबर 2020 में अपने सगे चाचा सुनील शर्मा की हत्या कर फरार हो गया था. हत्या की वारदात के बाद वह शातिराना तरीके से फरार होने में सफल हो जा रहा था. पिछले तकरीबन 3 सालों से गया पुलिस इसकी टोह नहीं पा सकी थी. इसी बीच सोमवार को वैशाली पुलिस ने उसे मार गिराया था.
7 साल पहले अपराधी बना गोलू : बताया जा रहा है, कि वर्ष 2016 में मारपीट और हत्या के प्रयास की घटना में सत्य प्रकाश उर्फ गोलू के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. इसके बाद से इसके खिलाफ कई और मामले दर्ज किए गए, जिसमें चाचा की हत्या का भी मामला शामिल है. सत्य प्रकाश उर्फ गोलू गया पुलिस के टॉप 10 अपराधियों में शामिल था.
''वैशाली में पुलिस के एनकाउंटर में मारा गया सत्य प्रकाश उर्फ गोलू गया पुलिस की टॉप 10 लिस्ट में भी शामिल था. गया में इसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे.''- आशीष भारती, एसएसपी, गया