गया: बिहार के गया में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है. चाकन्द थाना अंतर्गत रसलपुर में एक चोरी की घटना के मामले में पुलिस ने अपराधियों की गिरफ्तारी तो नहीं की, लेकिन अपार्टमेंट के मुंशी को ही थाने पर बुलाकर पकड़ लिया. इसके बाद उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी गई. अपार्टमेंट का मुंशी पवन कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया है. फिलहाल में उसका इलाज मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. शनिवार की सुबह को बुलाया गया था. थाने पहुंचते ही चोरी कबूलने के लिए पुलिस उसके ऊपर डंडे बरसाने लगी.
गया में अपार्टमेंट के मुंशी को पुलिस ने पीटा : मामला चाकन्द थाना क्षेत्र का है. जहां बीते 21 अक्टूबर को रसलपुर में एक अपार्टमेंट में चोरी की घटना हुई थी. इस चोरी की घटना में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था. पुलिस ने पूछताछ के लिए अपार्टमेंट के मुंशी को बुलाया था. मुंशी को बुलाते ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया और फिर उसकी जमकर डंडे से पिटाई कर दी गई.
घुटनों के बल रखकर डंडे से पीटा: पीड़ित का कहना है कि चाकन्द थाना के थानाध्यक्ष शरीर तीन लाठियां पुलिस ने तोड़ दी. पीड़ित अपार्टमेंट के मुंशी पवन कुमार ने बताया कि 21 अक्टूबर को चोरी की घटना हुई थी. चोरी की घटना के बाद पुलिस ने अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाई थी. मुझे पूछताछ के लिए बुलाया गया था. शनिवार को बुलावे पर वह थाने में पहुंचा. थाने में पहुंचने पर पुलिस ने पकड़ा और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी. घुटनों के बल रखकर डंडे से मारा गया. अब वह चलने लायक नहीं है. पीड़ित ने चाकन्द थाना की पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
एसएसपी के निर्देश के बाद भी तीन घंटे के बाद छोड़ा: एसएसपी आशीष भारती को इसकी जानकारी तेज टावर के डायरेक्टर विकास कुमार ने दी गई. एसएसपी ने चाकन्द थानाध्यक्ष मोहन कुमार को निर्देश दिया गया कि यदि वह निर्दोष है तो उसके साथ बेहतर सुलूक किया जाए. किंतु एसएसपी के निर्देश के बावजूद भी उसे थाने से 3 घंटे बाद छोड़ा गया. जब छोड़ा गया तो उससे कागज पर लिखाया गया कि वह सही सलामत जा रहा है. इस संबंध में विधि व्यवस्था डीएसपी से बात करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो सका.
"एसएसपी आशीष भारती से मांग की है कि वे अपने स्तर से इस मामले की जांच करें. जांंचोंपरांत संबंधित पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए.पुलिस अपनी नाकामी छुपाने के लिए इस तरह से बर्बरता की है. इस मामले में संबंधित पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है." -विकास कुमार, डायरेक्टर, तेज टावर अपार्टमेंट
"थानाध्यक्ष मोहन प्रसाद के ने पिटाई की गई. उसके शरीर पर तीन डंडे तोड़ दिये गये. जब छोड़ा गया तो उससे कागज पर लिखाया गया कि वह सही सलामत जा रहा है." - पवन कुमार, अपार्टमेंट का मुंशी
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