गयाः बिहार के गया में चार दिनों तक चलने वाले लोक आस्था के महापर्व छठ व्रत का आगाज शुक्रवार को नहाय खाय के साथ हो गया है. नेम-निष्ठा के इस पर्व में पवित्रता का काफी महत्व है. शहर के पवित्र सूर्यकुंड में (Crowd gathered in Gaya Suryakund) श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. सभी छठव्रती सुबह से ही स्नान ध्यान कर मन को शुद्ध करते हुए चावल और कद्दू, चना का दाल के साथ प्रसाद बना रहे हैं और प्रसाद ग्रहण करने के बाद दूसरे दिन खरना और सूर्य देव की अर्घ्य देने की तैयारी करेंगे.
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आज से चार दिनों का महापर्व शुरूः लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज से शुभारंभ हो गया है. चार दिनों तक चलने वाले छठ पूजा का आज नहाए खाए का प्रथम दिन है. आज के दिन लोग पवित्र सरोवर या नदी में स्नान कर शुद्ध भोजन बनाकर प्रसाद स्वरूप ग्रहण करते हैं और अपने रिश्तेदारों व करीबियों को भी प्रसाद खिलाते हैं. शहर के पवित्र सूर्यकुंड में छठ व्रतियों ने आज स्नान किया और भगवान सूर्य के मंदिर में पूजा अर्चना की.
नेम-निष्ठा का पर्व नहाय-खाय संपन्नः छठव्रती रूपा देवी ने बताया कि छठ महापर्व का आज से शुभारंभ हो गया है. आज पहला दिन नहाए खाए हैं. आज हम लोगों ने सूर्यकुंड के पवित्र जल स्व स्नान किया है और भगवान सूर्य की पूजा भी की है. छठ सबसे पवित्र पर्व है. सच्चे मन से पूजा करने से सारी मनोकामना पूरी होती है. हम अन्य लोगों से भी कहना चाहेंगे कि इस पर्व को कहीं से भी छोटा ना समझे, बल्कि सच्चे मन और पूरी श्रद्धा से छठ माता की पूजा करें. जिससे परिवार में सुख, समृद्धि, शांति आएगी और छठ माता सारी मनोकामना पूरी करेंगी. वहीं छठव्रती विदुषी कुमार पांडे ने बताया कि छठ पूजा मुख्य रूप से चार दिनों का होता है. आज प्रथम दिन नहाए खाए है. आज पहले दिन सूर्यकुंड के पवित्र जल से हमलोगों ने स्नान किया है. इसके बाद चना का दाल, चावल और कद्दू का सब्जी बनेगा, जो प्रसाद के रूप में हम लोग ग्रहण करेंगे. अपने रिश्तेदारों को भी प्रसाद ग्रहण करने का न्योता देते हैं. इसके बाद कल खरना का प्रसाद बनेगा. छठ पूजा बहुत ही पवित्र है.
"छठ महापर्व का आज से शुभारंभ हो गया है. आज पहला दिन नहाए खाए हैं. आज हम लोगों ने सूर्यकुंड के पवित्र जल स्व स्नान किया है और भगवान सूर्य की पूजा भी की है" - रूपा देवी, छठव्रती
1. पहला दिन- नहाय खाय (28 अक्टूबर 2022, शुक्रवार)
2. दूसरा दिन- खरना (29 अक्टूबर 2022, शनिवार)
3. तीसरा दिन- अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य (30 अक्टूबर 2022, रविवार)
4. आखिरी दिन व चौथे दिन- उदीयमान सूर्य को अर्घ्य (31 अक्टूबर 2022, सोमवार)
गौरतलब हो कि आज 28 अक्टूबर 2022 को नहाय खाय है. नहाय-खाय से छठ पूजा का आरंभ हो जाता है. 29 अक्टूबर शनिवार के दिन दिन खरना किया जाएगा. 30 अक्टूबर रविवार शाम को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा. वहीं 31 अक्टूबर सोमवार को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इसके साथ ही छठ पूजा का समापन हो जाता है.
"छठ पूजा मुख्य रूप से चार दिनों का होता है. आज प्रथम दिन नहाए खाए है. आज पहले दिन सूर्यकुंड के पवित्र जल से हमलोगों ने स्नान किया है. इसके बाद चना का दाल, चावल और कद्दू का सब्जी बनेगा, जो प्रसाद के रूप में हम लोग ग्रहण करेंगे" - विदुषी कुमार पांडे, छठव्रती