गया: पूरे देश में विपक्षी पार्टी एनआरसी और सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जिले में इसको लेकर तिब्बती शरणार्थी भी चिंतित हैं. इस संबंध में ईटीवी भारत की खबर दिखाए जाने के बाद बीजेपी सांसद सुशील सिंह ने कहा कि यह मामला भारत सरकार के संज्ञान में है.
सुशील सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार जो लोगों से वादा की थी, उसे पूरा कर रही है. सीएए कानून पड़ोसी देश अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बंग्लादेश में प्रताड़ित अल्पसंख्यक को नागरिकता देता है. एनआरसी और सीएए पर लोग भ्रमित होकर निजी, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं. यह उचित कदम नहीं है.
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'सही समय पर निर्णय लिया जएगा'
तिब्बती शरणार्थियों के संबंध में सवाल पर सुशील सिंह ने कहा कि तिब्बती शरणार्थियों को सीएए में शामिल नहीं करना, ये केंद्र सरकार के संज्ञान में है, सही समय आने पर सही निर्णय लिया जायेगा. वर्तमान में ये कानून पड़ोसी तीन देशों के लिए लागू है. वहीं, तिब्बती शरणार्थियों का कहना है कि हम भारत के मेहमान हैं, हम विरोध नहीं कर सकते हैं. लेकिन हमारी तीसरी पीढ़ी भारत में हैं. भारत में एनआरसी लागू हो, तो उससे पहले तिब्बती शरणार्थियों को सीएए में शामिल किया जाए.