गया: आचार सहिंता लागू हो जाने के बाद भी अनुमण्डल अस्पताल में धरना और अनशन पर बैठी आशा कार्यकर्ताओं को हटाने पहुंचे टिकारी सीओ और पुलिस को आक्रोश का सामना करना पड़ा. जिसके बाद अधिकारी और पुलिस जवान को बैरंग वापस लौटना पड़ा.
आशा कार्यकर्ता संघ की कुमारी अर्चना ने बताया कि पत्राचार कर अनुमण्डल प्रशासन को धरना पर बैठने की जानकारी दी जा चुकी है. जिसके बाद भी प्रशासन द्वारा ज्यादती की जा रही है. हम सभी लंबित प्रोत्साहन राशि भुगतान को लेकर अपने आंदोलन पर अडिग हैं.
अधिकारियों को करना पड़ा विरोध का सामना
लंबित प्रोत्साहन राशि भुगतान सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर बीते 27 दिनों से अनुमण्डल परिसर में धरना पर बैठी आशा कार्यकर्ताओं ने सोमवार से मांग पूरी नहीं होने तक आमरण अनशन पर बैठ गई हैं. वहीं विधानसभा चुनाव को लेकर लागू आचार सहिंता को लेकर टिकारी सीओ आनंद प्रकाश राम, टिकारी थानाध्यक्ष रामलखन पंडित दल बल के साथ अनुमण्डल अस्पताल पहुंचे. उन्होंने आंदोलनरत आशा कार्यकर्ताओं को अचार सहिंता का हवाला देते हुए आंदोलन समाप्त करने की बात कही. जिसपर आशा कार्यकर्ता आक्रोशित हो गई और पदाधिकारियों से उलझ पड़ी. लगभग एक घंटे तक चले हंगामे के बाद पदाधिकारियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा.
अस्पताल और पुलिस प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
आशा कार्यकर्ताओं ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित अस्पताल प्रशासन और पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपना आक्रोश जताया. वहीं आशा कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन पर गिरफ्तारी करने और अस्पताल प्रशासन से मिलीभगत का आरोप लगाया है.