पूर्वी चंपारण: बिहार के मोतिहारी में डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (Dr. Rajendra Prasad Central Agricultural University) के दूसरे दीक्षांत समारोह का आयोजन रविवार को कृषि विज्ञान केंद्र में हुआ. दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Vice President Venkaiah Naidu) मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने सात गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों को उपाधि प्रदान की. इसके साथ ही उपराष्ट्रपति ने केविके परिसर में बने प्रशासनिक भवन और छात्रावास का उद्घाटन किया. उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में छात्रों को कई मंत्र दिए. उन्होंने छात्रों को राष्ट्रहित में कार्य करने की नसीहत दी.
ये भी पढ़ें- तेजस्वी ने पूछा, चंद चुनिंदा अधिकारियों के चश्मे से ही देखने वाले CM क्या मेरे इन ज्वलंत सवालों के जवाब दे पाएंगे?
उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने देश में कृषि क्षेत्र में हो रही प्रगति के बारे में बताया और कहा कि देश में कई क्षेत्र में गिरावट आई है. उन्होंने कहा कि देश में राजनीति के साथ लोकसभा, विधानसभा, स्थानीय निकाय और शिक्षण संस्थानों में गिरावट हुई है. जिसका कारण कास्ट, कम्यूनिटी, कैश और क्रिमनिलिटी है. उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत कभी ज्ञान का केंद्र रहा है और एक बार फिर देश को ज्ञान का केंद्र बनाना है. उन्होंने आह्वान किया कि हम सब को मिलकर भारत को विश्व गुरु बनाने के दिशा में काम करना है.
दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति के हाथों सात मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल दिया गया. उपराष्ट्रपति के आगमन के बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. उसके बाद उन्होंने केविके में स्थापित अटल बिहारी वाजपेयी के आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर उन्हें नमन किया और कृषि विज्ञान केंद्र प्रांगण में लगभग 100 करोड़ की लागत से निर्मित 5 भवनों का उद्घाटन किया. उन्होंने राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के स्मारिका का विमोचन भी किया.
इस दौरान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सांसद व पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी समेत बिहार सरकार के कई मंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए.
ये भी पढ़ें- जान पर भारी 'जाम'! बिहार में नहीं थम रहा जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला