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बाढ़ और बारिश ने अरमानों पर फेरा पानी, ट्रैक्टर पर दुल्हन को लेकर घर पहुंचा दूल्हा - अनोखी शादी से जुड़ी खबर

बारिश और बाढ़ के बीच हो रही कई अनोखी शादियों की तस्वीर सामने आ रही हैं. ऐसी ही एक अनोखी शादी और विदाई की तस्वीर जिले के घोड़ासहन प्रखंड क्षेत्र से सामने आई है. जहां शादी के बाद दूल्हे को अपनी दुल्हन ट्रैक्टर से विदा करके लाना पड़ा.

अनोखी शादी
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Published : Jul 6, 2021, 10:00 PM IST

मोतिहारी: मानसूनी बारिश (Mansoon in bihar) से पूर्वी चंपारण के सभी ताल तलैया पहले से लबालब हैं. लगातार तेज बारिश (Rain) से कई प्रखंडों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो जाने से आम जनजीवन प्रभावित है. ऐसे में बारिश और बाढ़ के बीच हो रही कई अनोखी शादियों की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं. कहीं दुल्हा कंधे पर बिठाकर अपनी दुल्हन को अपने साथ ले जा रहा है, तो कहीं चचरी पुल बनाकर दुल्हन की विदाई हो रही है.

ये भी पढ़ें- दुल्हन हम ले आए चचरी पुल के सहारे... देखते रह गए गांव वाले सारे

ट्रैक्टर से लायी गई दुल्हन
ऐसी ही एक अनोखी शादी और फिर दूल्हा-दुल्हन की विदाई की तस्वीर जिले के घोड़ासहन प्रखंड क्षेत्र स्थित झरोखर पंचायत से सामने आई है. जहां शादी के बाद बारिश और बाढ़ के कारण रास्ता बंद हो जाने पर दूल्हा अपनी दुल्हन को ट्रैक्टर से लेकर घर पहुंचा. हालांकि, अपनी दुल्हन को ट्रैक्टर से लेकर घर पहुंचे दूल्हा रमेश कुमार और उनके पिता रामप्रवेश महतो सरकार समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति गुस्से में हैं. क्योंकि सड़क और पुल के अभाव में उन्हें नई नवेली दुल्हन को ट्रैक्टर से लाना पड़ा.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

अनोखी शादी की चर्चा
दरअसल, जिले के झरोखर पंचायत के पीठवा मठ टोला गांव के रहने वाले रमेश कुमार की बारात झरोखर गांव गई थी. शादी के बाद नववधू को लेकर अपने घर लौट रहे रमेश के लिए सबसे बड़ी समस्या नेपाल से आने वाली अरुणा नदी के पार करना था. बारिश और बाढ़ के कारण नदी पूरी तरह से लबालब थी. ऊपर से गांव की कीचड़ से सनी कच्ची सड़कों को पार करना किसी मुसीबत से कम नहीं था.

ये भी पढ़ें- बिहार में बरगद और कुएं की हुई शादी, जानिए क्या है परंपरा

विधि- विधान से हुआ गृहप्रवेश
लड़की के विदाई का मुहूर्त बितता जा रहा था और विदाई के लिए कोई साधन नहीं था, तो ग्रामीणों ने खेत जोतने वाले ट्रैक्टर पर बिठाकर नव दंपति की विदाई कर दी. ट्रैक्टर से अपनी नई नवेली दुल्हन को लेकर घर पहुंचे रमेश और उनकी पत्नी का पूरे विधि- विधान से गृहप्रवेश हुआ.

मोतिहारी: मानसूनी बारिश (Mansoon in bihar) से पूर्वी चंपारण के सभी ताल तलैया पहले से लबालब हैं. लगातार तेज बारिश (Rain) से कई प्रखंडों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो जाने से आम जनजीवन प्रभावित है. ऐसे में बारिश और बाढ़ के बीच हो रही कई अनोखी शादियों की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं. कहीं दुल्हा कंधे पर बिठाकर अपनी दुल्हन को अपने साथ ले जा रहा है, तो कहीं चचरी पुल बनाकर दुल्हन की विदाई हो रही है.

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ट्रैक्टर से लायी गई दुल्हन
ऐसी ही एक अनोखी शादी और फिर दूल्हा-दुल्हन की विदाई की तस्वीर जिले के घोड़ासहन प्रखंड क्षेत्र स्थित झरोखर पंचायत से सामने आई है. जहां शादी के बाद बारिश और बाढ़ के कारण रास्ता बंद हो जाने पर दूल्हा अपनी दुल्हन को ट्रैक्टर से लेकर घर पहुंचा. हालांकि, अपनी दुल्हन को ट्रैक्टर से लेकर घर पहुंचे दूल्हा रमेश कुमार और उनके पिता रामप्रवेश महतो सरकार समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति गुस्से में हैं. क्योंकि सड़क और पुल के अभाव में उन्हें नई नवेली दुल्हन को ट्रैक्टर से लाना पड़ा.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

अनोखी शादी की चर्चा
दरअसल, जिले के झरोखर पंचायत के पीठवा मठ टोला गांव के रहने वाले रमेश कुमार की बारात झरोखर गांव गई थी. शादी के बाद नववधू को लेकर अपने घर लौट रहे रमेश के लिए सबसे बड़ी समस्या नेपाल से आने वाली अरुणा नदी के पार करना था. बारिश और बाढ़ के कारण नदी पूरी तरह से लबालब थी. ऊपर से गांव की कीचड़ से सनी कच्ची सड़कों को पार करना किसी मुसीबत से कम नहीं था.

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विधि- विधान से हुआ गृहप्रवेश
लड़की के विदाई का मुहूर्त बितता जा रहा था और विदाई के लिए कोई साधन नहीं था, तो ग्रामीणों ने खेत जोतने वाले ट्रैक्टर पर बिठाकर नव दंपति की विदाई कर दी. ट्रैक्टर से अपनी नई नवेली दुल्हन को लेकर घर पहुंचे रमेश और उनकी पत्नी का पूरे विधि- विधान से गृहप्रवेश हुआ.

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