मोतिहारी: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) की सात निश्चय योजना में से नल जल योजना (Nal Jal Yojna) सबसे महत्वाकांक्षी है. इस योजना से जुड़े लोगों के लिए यह योजना कामधेनु बनी हुई है. पूर्वी चंपारण जिले में नल जल योजना से लगी अधिकांश पानी की टंकी भ्रष्ट्राचार (Corruption) की भेंट चढ़ गयी है. ताजा मामला सुगौली प्रखंड के बंगरा गांव के वार्ड नंबर 6 का है. जहां नल जल योजना की पानी टंकी भरने के साथ ही जलमीनार सहित जमींदोज हो गयी.
ये भी पढ़ें - सात निश्चय योजना फेल, यहां 10 साल से नहीं बनी सड़क, लोगों ने चंदा इकट्ठा कर निर्माण किया शुरू
बता दें कि सुगौली प्रखंड के बंगरा गांव स्थित वार्ड नंबर 6 के लगभग 750 लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के उद्देश्य से 10 लाख 60 हजार रुपये की लागत से दस हजार लीटर क्षमता का जलमीनार बनाया गया. सोमवार को जल मीनार पर लगी टंकी में पानी भरते ही जलमीनार सहित धराशायी हो गयी और टंकी टुकड़े-टुकड़े हो गयी. जिसके बाद ग्रामीणों ने संवेदक पर घटिया काम कराने का आरोप लगाया है.
ये भी पढ़ें - 10 हजार में किया 10 माह के मासूम का सौदा, मां लगाती गुहार- 'बचा लो साहब'
वहीं, वार्ड नंबर 6 की सदस्य हेमवंती देवी ने मुखिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत के मुखिया पहले चेक कटवा लेते थे और उसके बाद मेरे खाते में रुपये भेजते थे. फिर खाता से मुखिया रुपया निकाल लेते थे. उन्होंने बताया कि इस बार चेक काटकर मुखिया को नहीं दिया. वही रुपया मेरे खाते में बचा हुआ है. नल जल योजना का 10 लाख ठीकेदार को उन्होंने दिया है और उसी ने यह काम कराया है.