मोतिहारीः बिहार के पूर्वी चंपारण जिला के रक्सौल प्रखंड अन्तर्गत पलनवा थाना क्षेत्र में नर्सिंग होम और दवा दुकानों की जांच करने पहुंचे आधा दर्जन ड्रग इंस्पेक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एक बोलेरो गाड़ी से पहुंचे ये फर्जी अधिकारी अवैध नर्सिंग होम की जांच कर रहे थे, इसी दौरान इनकी पोल खुल गई, इससे पहले भी इन फर्जी अधिकारियों ने कई दवा दुकानों की जांच कर गलत तरीके से वसूली थी.
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जांच करने पहुंचे फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर गिरफ्तारः बताया जाता है कि फर्जी जांच टीम का खुलासा होते ही वहां हंगामा मच गया. दवा दुकानदारों के साथ क्लीनिक संचालकों ने फर्जी जांच टीम के सदस्यों को बंधक बना लिया और फिर पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची और फर्जी टीम के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी गिरफ्तारी लौकरिया पंचायत के बजरंग चौक से हुई है. ड्रग इंस्पेक्टर विकास शिरोमणि ने इसे गंभीर मामला बताया है.
संदेह होने पर स्थानीय दुकानदारों ने पकड़ाः जानकारी के अनुसार गिरफ्तार फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर के बातचीत और उनके कार्यशैली पर संदेह होने पर स्थानीय दुकानदारों ने केमिस्ट व ड्रगिस्ट यूनियन के अध्यक्ष को जांच टीम के सबंध में सूचना दी. उसके बाद जिला मुख्यालय से ड्रग इंस्पेक्टर और सिविल सर्जन ऑफिस ने स्थानीय दवा दुकानदारों से संपर्क कर अवैध वसूली कर रही अधिकारियों की टीम के बारे में जानकारी ली. फिर सिविल सर्जन कार्यालय से जानकारी मिलने के बाद लौकरिया एडिशनल पीएचसी के प्रभारी आरपी सिंह भी वहां पहुंच गए और पुलिस को इसकी सूचना दी.
'दवा दुकानदारों को सतर्क रहने की जरूरत': सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार लोगों में जफर इकबाल और लक्ष्मी कुमार के साथ चार अन्य लोग शामिल हैं. सभी अदापुर थाना क्षेत्र के रहने वाले बताये जा रहे हैं. ड्रग इंस्पेक्टर विकास शिरोमणि ने कहा कि दवा दुकानदारों को सतर्क रहने की जरूरत है. इस तरह के लोग अगर किसी दवा दुकान पर जांच करने पहुंचते हैं, तो तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी जाए.
"छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. गिरफ्तार लोगों के नाम और पता का सत्यापन किया जा रहा है". धीरेंद्र कुमार, रक्सौल डीएसपी