मोतिहारी: जिले के सुगौली में एचपीसीएल के चीनी मिल ने बाढ़ के पानी के आड़ में मील का अवशिष्ट जहरीला पानी छोड़ दिया है. जिस पानी से सुगौली समेत बंजरिया और सदर प्रखंड के कई गांव के फसल के बर्बाद होने की पूरी संभावना है. इसके अलावा जिस क्षेत्र में यह जहरीला पानी पहुंचेगा. वहां के फसल के बर्बादी के साथ उस क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों को कई तरह की बिमारियों से ग्रसित भी कर देगा.
चीनी मिल बाढ़ के आड़ में छोड़ता है जहरीला पानी
यह जहरीला पानी बाढ़ के पानी के साथ मिलकर जिस क्षेत्र से गुजर रहा है. उस क्षेत्र में इस पानी के दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. जिस कारण स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हैं. आक्रोशित लोगों के अनुसार चीनी मील से उन्हें केवल हानि है. प्रत्येक साल चीनी मिल बाढ़ और बरसात के समय में जहरीला पानी को छोड़ देता है. जो बाढ़ और बरसात के पानी के साथ पूरे क्षेत्र में फैल जाता है. जबकि स्थानीय प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी चुप है और चीनी मील प्रबंधन उनकी बातों को सुनता नहीं है.
स्थानीय प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी है चुप
सुगौली के रहने वाले मो. आलम ने बताया कि चीनी मिल के लाल रंग का जहरीला पानी चारों तरफ फैल गया है. हर साल बाढ़ के समय में चीनी मिल पानी छोड़ देता है. जिससे उन लोगों की फसल बर्बाद होती है और क्षेत्र के लोगों में कई तरह की बिमारियां फैलती है.
लोगों को होती है परेशानी
वहीं, राजन प्रसाद ने बताया कि चीनी मिल के काला पानी से क्षेत्र में कई तरह की बिमारियां फैलती है. इस काला पानी को लेकर मील प्रबंधन को कई बार कहा गया. लेकिन मिल प्रबंधन ने भी कोई सुनवाई नहीं की, जबकि स्थानीय प्रशासन भी सब कुछ जानता है. लेकिन स्थानीय प्रशासन भी कुछ नहीं करता है और हर साल बाढ़ के समय में वह इस तरह जहरीला पानी को छोड़ देता है.
मील से छोड़े गए पानी से कई एकड़ के फसल होंगे बर्बाद
फुलवरिया गांव के रहने वाले लोकेश कुमार ने बताया कि चीनी मिल से उनलोगों को लाभ कम और हानि ज्यादा है. काला पानी ने कई एकड़ के फसल को बर्बाद कर दिया है, लेकिन मील प्रबंधन उन लोगों की बातों को नहीं सुनता है. उन्होंने बताया कि एक तो कोरोना से लोग परेशान हैं. दूसरी तरफ चीनी मील ने बाढ़ के पानी के साथ चीनी मिल का काला रंग का जहरीला पानी छोड़ दिया है. जो कई गांव के फसल को बर्बाद करेगा. साथ ही लोगों के बीच बिमारियां फैलायेगा और पशुओं को भी यह पानी नुकसान पहुंचाएगा.
चीनी मील प्रबंधन से मांगा जा रहा है स्पष्टीकरण
चीनी मिल के इस हरकत की जानकारी जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक को दी गई, तो उन्होंने कहा कि चीनी मिल के सिवेज वाटर सुगौली में फैलने की सूचना मिली है. जिस मामले में मील प्रबंधक से स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है.
बाढ़ और बरसात की आड़ में चीनी मील छोड़ता है जहरीला पानी
बता दें कि चीनी मिल में चीनी के दाने को साफ करने के लिए कई तरह के केमिकल का प्रयोग होता है. जिसका अवशिष्ट पानी काफी जहरीला होता है. जिस भूमि पर यह अवशिष्ट जहरीला पानी पड़ता है. उस भूमि को बंजर बना देता है. साथ ही यह पानी कई तरह के चर्म रोग के अलावा विभिन्न बिमारियों का वाहक भी होता है.
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद ने चीनी मिल प्रबंधन को इस अवशिष्ट जहरीला पानी को साफ करके छोड़ने का निर्देश दिया है. लेकिन चीनी मिल प्रबंधन प्रत्येक साल बरसात और बाढ़ की आड़ में मील के अवशिष्ट जहरीला पानी को छोड़ देता है. जो बाढ़ के पानी के साथ मिलकर सुगौली समेत कई प्रखंडों में फैल जाता है और उस क्षेत्र के फसल को नष्ट कर देता है.