पूर्वी चंपारण: बिहार के मोतिहारी में राजद (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को लेकर उनके बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) का बयान आने के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरम है.
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लालू यादव को लेकर किए गए तेज प्रताप के दावे के बाद उनके छोटे भाई और विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को सफाई देने के लिए सामने आना पड़ा, जबकि एनडीए नेताओं का भी तेज प्रताप यादव के इस दावे पर बयान आना शुरू हो गए हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने इसे राजद के अंदर वर्चस्व की लड़ाई बताते हुए कहा कि राजद मुगलकालीन शासकों के अनुसार कार्य करती है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष व सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि राजद के अंदर लोकतंत्र नहीं है और वह मुगलकालीन सोच वाली एक पारिवारिक पार्टी है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की शादी के बाद उनका बेटा ही अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष होगा.
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''राजद के अंदर वर्चस्व की लड़ाई चल रही है, जो मुगल काल की याद दिला रही है. मुगल काल में सत्ता पर कब्जा करने के लिए जिस प्रकार भाईयों के बीच संघर्ष होता था और एक भाई सारे भाईयों को समाप्त कर सत्ता पर काबिज होता था. औरंगजेब से लेकर तुर्की के शासनाध्यक्षों का इतिहास सबके सामने है और राजद भी इसी राह पर है.''-संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
दरअसल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद संजय जायसवाल एक कार्यक्रम में भाग लेने मोतिहारी आए थे. बता दें कि लालू परिवार में चल रही ताकत की जंग नये मोड़ पर पहुंच गई है. राजद में मनमाफिक ताकत नहीं मिलने से नाराज तेज प्रताप किसी को बख्शने के मूड में नहीं दिख रहे हैं. इस बार निशाने पर अपने ही परिवार के लोग हैं. छोटे भाई तेजस्वी यादव, बड़ी बहन मीसा भारती और परिवार के अन्य लोगों को भी वह खुलकर कोस रहे हैं. तेज प्रताप ने किसी का नाम लिये बिना पिता लालू यादव को दिल्ली में बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया है.