मोतिहारी (पूर्वी चंपारण): पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी में बेखौफ अपराधियों ने ठेकेदार कुणाल सिंह की (Murder Of Contractor In Motihari) गोली मारकर हत्या कर दी. जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने सदर अस्पताल के गेट पास लगभग छह घंटे तक जबरदस्त हंगामा (Ruckus of People Against Murder Of Contractor) किया. सदर एसडीओ और डीएसपी के नेतृत्व में लगभग छह थाना की पुलिस के अलावा पुलिस केंद्र से बुलाए गए बड़ी संख्या में आरक्षी भी लोगों को नियंत्रित नहीं कर पाए. स्थानीय बुद्धिजीवियों और परिचितों की भी आक्रोशितों से बातचीत से भी कोई परिणाम नहीं निकल रहा था. सभी डीएम और एसपी को बुलाने पर अड़े थे. साथ हीं सदर डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता और नगर थानाध्यक्ष विजय प्रसाद राय को हटाने की मांग कर रहे थे.
ये भी पढ़ें: मोतिहारी में दिनदहाड़े ठेकेदार की गोली मारकर हत्या, 17 साल पहले मुखिया पिता और भाई का हुआ था मर्डर
अस्पताल चौक के पास लोगों का तांडव: बता दें कि अस्पताल चौक पर लोगों का तांडव छह घंटे तक चलता रहा. पुलिस और प्रशासन बेबस बनी रही और संयम से काम ले रही थी. इस दौरान हंगामा कर रहे लोगों ने कई निर्दोष लोगों की पिटाई भी कर दी. वहीं, आक्रोशित लोगों ने वीडियो या फोटोग्राफी करने वाले पत्रकारों के अलावा अन्य लोगों को भी धमकी दी. साथ उनकी पिटाई करने से भी वो नहीं चुक रहे थे. हंगामा की वजह से कई मरीज और जरुरतमंद लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. अस्पताल चौक का माहौल पूरी तरह से अराजक हो चुका था. आसपास के दुकानदारों ने भी अपनी दुकानों को बंद कर लिया था. आखिरकार छह घंटे बाद मृतक के परिजनों से एसडीओ और डीएसपी ने बातचीत शुरू की.
SDO के आश्वासन के बाद शांत हुआ मामला: वहीं, पीड़ित परिवार को सुरक्षा गार्ड और आर्म्स का लाइसेंस देने का आश्वासन एसडीओ ने दिया. तब जाकर सड़क जाम हटा और लोग शांत हुए. उसके बाद भी पुलिस मृतक के शव को कब्जा में नहीं ले सकी. आक्रोशित लोगों ने पुलिस को शव के पास भी जाने नहीं दिया. लोगों ने खुद सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस मृतक कुणाल सिंह के शव को पहुंचाया और पोस्टमार्टम के बाद शव को लेकर कोटवा चले गए.
मोतिहारी में ठेकेदार की हत्या: बता दें कि नगर थाना क्षेत्र के गायत्री मंदिर के पास ठेकेदार कुणाल कुमार सिंह की अज्ञात अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी. कुणाल सिंह मूलरुप से कोटवा थाना क्षेत्र स्थित कोटवा बाबू टोला के रहने वाले थे. वो गायत्री नगर स्थित अपने आवास से बाजार की तरफ निकले थे. उसी दौरान अपराधियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. जिस तरीके से कुणाल को गोली मारी गई है. उससे आशंका जाहिर की जा रही है कि अपराधी उनके जान-पहचान के ही थे और उनसे बात करते समय उनके पेट में सटाकर गोली मारी है. हालांकि, पुलिस इन सभी बिंदुओ पर जांच कर रही है.
ये भी पढ़ें: CCTV देखकर बोले ब्रजेश के पिता - 'जिसने मेरे बेटे को मारा उसका हाथ काटकर मुझे दे दो..'
17 साल पहले पिता और भाई की हुई थी हत्या: दरअसल, कुणाल सिंह के पिता नरेंद्र सिंह और उनके छोटे भाई गुंजन कुमार सिंह की अगस्त 2005 में अपराधियों गोली मारकर हत्या कर दी थी. नरेंद्र सिंह काफी चर्चित मुखिया थे. कुणाल सिंह की शादी जुलाई 2020 में हुई थी. दिवंगत नरेंद्र सिंह के तीन बेटों में दो की हत्या हो चुकी है. अब सिर्फ उनका एक पुत्र कुंदन सिंह उर्फ पिंकू जीवित बचा है. कुंदन सिंह भाई की हत्या के बाद बदहवास हो चुका है. उसके परिवार के अन्य लोगों को अब कुंदन सिंह की सुरक्षा की चिंता सता रही है. वहीं, कुणाल सिंह की हत्या कराने में परिजनों ने शहर के एक चिकित्सक की भूमिका होने की आशंका जता रहे हैं. जिस चिकित्सक की भूमिका की पड़ताल करने का आश्वासन डीएसपी ने पीड़ित परिवार को दिया है. हालांकि, पीड़ित परिवार की ओर से घटना को लेकर अभी तक थाना में कोई आवेदन नहीं दिया गया है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP