मोतिहारी: जिले में 6 महीने पहले करीब एक करोड़ 40 लाख की लागत से बने पुलिया और सड़क बरसात के पानी के बहाव में बह गए. भारत-नेपाल सीमा पर स्थित घोड़ासहन का बसवरिया-भोरहर पथ बारिश के पानी को नहीं झेल पाया और पुलिया समेत सड़क को बारिश का पानी बहा ले गया. आश्चर्य है कि खेतों में जमे बारिश के पानी का दबाव सड़क और पुल नहीं झेल पाए. जिस कारण इस पथ पर आवागमन बाधित हो गया है.
बारिश बहा ले गया पुलिया और सड़क
स्थानीय लोगों की मानें तो इसी साल जनवरी में यह सड़क और पुल बनकर तैयार हुआ था. लेकिन बारिश के पानी का दबाव नहीं झेल पाया और पानी के बहाव के साथ बह गया. जिस कारण दर्जनों गांव का सम्पर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है. साथ ही कई एकड़ फसल भी बर्बाद हो गए हैं.
ग्रामीणों ने पुलिया और सड़क की गुणवत्ता पर उठाए थे सवाल
दरअसल, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत घोड़ासहन प्रखंड क्षेत्र स्थित बसवरिया-भोरहर पथ का निर्माण 6 महीने पहले ही हुआ था. लगभग एक करोड़ 40 लाख 99 हजार की लाग से बना सड़क बारिश को भी नहीं झेल पाया. बारिश के पानी के दबाव में लगभग 15 से 20 फीट सड़क एक पुलिया सहित बह गया.
बता दें कि सड़क और पुलिया के निर्माण के समय ग्रामीणों ने उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए अधिकारियों के यहां गुहार लगाई थी. लेकिन अधिकारियों ने ग्रामीणों की बात को अनसुना कर दिया. परिणाम स्वरूप गुणवत्ता को ताक पर रखकर बना पुलिया और सड़क बारिश को भी नहीं झेल पाया.