मोतिहारी: लॉकडाउन के कारण अपने घर लौटे मजदूर परेशान दिख रहे हैं. रोजगार के अभाव के कारण पलायन करने को मजबूर प्रवासी मजदूरों में सरकार के प्रति आक्रोश दिख रहा है. हालांकि, कोरोना संकट के बाद उत्पन्न परिस्थिति को देखते हुए सरकार ने राज्य में रोजगार के अवसर को मुहैया कराने की बात कही है. लिहाजा, डीएम प्रवासी मजदूरों के लिए उद्योग विभाग के माध्यम से कलस्टर योजना बनाने की बात कह रहे हैं.
लौटकर आ रहे मजदूर सरकार से मांग रहे हैं अपना हक
लॉकडाउन के कारण श्रमिक स्पेशल ट्रेन से अपने घर को लौटे राजू कुमार ने बताया कि काम बंद हो जाने से वह लौटकर आने घर आया है. लेकिन लौटकर आने के बाद अगर रोजगार नहीं मिला तो फिर से रोजगार के तलाश में बाहर जाना हीं पड़ेगा .उन्होने कहा कि सरकार से रोजगार मांगना हमारा हक है. लेकिन अगर सरकार ने रोजगार नहीं दिया, तो रोजगार के लिए परदेश जाना पड़ेगा.
प्रवासी मजदूरों को जोड़ा जाएगा रोजगार से-डीएम
मामले मे डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के लिए परियोजना पाठशाला शुरु की गई है. और उद्योग विभाग के माध्यम से कलस्टर एप्रोच योजना बनाया जा रहा है, ताकि प्रवासी मजदूरों को उनके स्किल के अनुसार रोजगार से जोड़ा जा सके. जिले में लगभग 70 हजार प्रवासी मजदूर विभिन्न साधनों से लौटकर आए हैं. इन प्रवासी मजदूरों को अपने सामने रोजी ऱोजगार का बड़ा संकट दिख रहा है. लिहाजा,अपनी जमीन पर कदम रख रहे प्रवासी मजदूर सरकार से अब अपना हक मांग रहे हैं.