पूर्वी चंपारण: जिले के मोतिहारी में कुंडवाचैनपुर थाना क्षेत्र में नेपाली नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या करने के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए शव जलाने के मामले में पुलिस पीड़ित परिवार को लेकर घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस पीड़ित परिवार को लेकर किराए के मकान और शवदाह स्थल पर लेकर गई और उनसे घटना की परिस्थितियों की जानकारी ली.
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दृश्य को रीक्रिएट कर की पूछताछ
पीड़ित परिवार को लेकर पुलिस पहले उस मकान में गई. जहां पीड़ित परिवार रहता था और जिस कमरे में नाबालिग लड़की के साथ वारदात किए जाने की बात बताई जा रही है. पुलिस ने मृतका के भाई से घटनास्थल पर उसके देखे गए दृश्य को रीक्रिएट कर पूछताछ की.
शवदाह स्थल पर की जांच
इसके बाद पुलिस पीड़ित परिवार को लेकर शवदाह स्थल पहुंची. शवदाह स्थल पर मृतका के दाह संस्कार के समय कौन उपस्थित था और क्या कर रहा था? इस बात की जानकारी पुलिस ने ली. इस दौरान सिकरहना डीएसपी शिवेन्द्र कुमार अनुभवी, प्रशिक्षु डीएसपी, सर्किल इंस्पेक्टर समेत कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.
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क्या है मामला?
बता दें कि कुंडवाचैनपुर थाना क्षेत्र में विगत 21 जनवरी को नेपाल की लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी. स्थानीय थानाध्यक्ष संजीव रंजन की मिलीभगत से मृतका के शव को बिना एफआईआर और पोस्टमार्टम के जला दिया गया. इस मामले में मृतका के पिता ने घटना के 13 दिनों बाद एफआईआर के लिए आवेदन देकर 11 लोगों को आरोपित किया. आरोपितों में से दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जबकि निलंबित थानाध्यक्ष समेत दस आरोपी फरार हैं.