मोतिहारीः पूर्वी चंपारण के पिपरा कोठी में सोमवार को विश्व नारियल दिवस के अवसर पर राज्यस्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में राज्य के कई जिलों से आये प्रतिनिधियों ने भाग लिया. सम्मेलन का उद्घाटन पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया. पूर्व कृषि मंत्री ने बताया कि नारियल के क्षेत्र में तीन साल में देश आत्मनिर्भर बन गया गया है.
दरअसल, नारियल के क्षेत्र में प्रगति के लिए विश्व नारियल दिवस का आयोजन किया जाता है. सम्मेलन में सांसद राधा मोहन सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए नारियल उत्पादन को बढ़ावा देने की अपील की. स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में भारत नारियल तेल का निर्यातक बन गया है. किसानों की अथक परिश्रम के कारण भारत महज तीन सालों में नारियल तेल उत्पादन में आत्मनिर्भर बन गया है.
आयातक से निर्यातक बना देश
पूर्व कृषि मंत्री ने बताया कि तीन साल पहले तक देश विश्व में नारियल तेल का सबसे बड़ा आयातक था. जबकि वर्तमान में निर्यातक बन गया है. देश के किसानों का नारियल की खेती के प्रति रूझान बढ़ा है. जिसकी वजह से नारियल तेल के उत्पादन में लम्बी छलांग लगाने में कामयाबी हासिल हुई है. इसके उत्पादन से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है.
उपहार में दिया गया नारियल का पौधा
इस सम्मेलन में स्थानीय जनप्रतिनिधि के अलावे कला एवं संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार ने शिरकत की. सम्मेलन में भाग लेने आये किसानों को भारतीय कृषि अनुसंधान की इकाई राष्ट्रीय नारियल बोर्ड की तरफ से नारियल का पौधा उपहार स्वरुप दिया गया.