पूर्वी चंपारण: जिले के मोतिहारी के कुंडवाचैनपुर थाना क्षेत्र में नाबालिग नेपाली लड़की से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए शव जलाने की जांच करने बुधवार को दोबारा फॉरेंसिक टीम पहुंची. घटना की सूक्ष्मता से जांच करने पटना से एफएसएल की चार सदस्यीय टीम कुंडवाचैनपुर पहुंची. जहां से टीम ने सबूत इकट्ठा किए.
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एफएसएल टीम ने सबूत किए इकट्ठा
पटना से आई एफएसएल की टीम पहले उस मकान में पहुंची, जिस मकान में लड़की और उसके माता-पिता किराये के मकान में रहते थे. उसी मकान में लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने की बात बताई जा रही है.
इसी मकान में लड़की की हत्या करने का भी आरोप मृतक लड़की के पिता ने लगाया है. फॉरेंसिक टीम के साथ इंस्पेक्टर और स्थानीय कुंडवाचैनपुर थाने की पुलिस भी थी.
वारदात के 13 दिनों बाद एफआईआर
बता दें कि कुंडवाचैनपुर थाना क्षेत्र में विगत 21 जनवरी को नेपाल की लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई. स्थानीय थानाध्यक्ष संजीव रंजन की मिलीभगत से मृतक सड़की के शव को बिना एफआईआर और पोस्टमॉर्टम के जला दिया गया.
इस मामले में मृतका के पिता ने घटना के 13 दिनों बाद एफआईआर के लिए आवेदन देकर 11 लोगों को आरोपित किया. आरोपितों में से दो की गिरफ्तारी हो चुकी है. घटना को लेकर जिला पुलिस के अलावा सीआईडी भी जांच कर रही है.