मोतिहारी: विश्व व्यापी कोरोना संक्रमण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू का आह्वान किया था. इसी दौरान प्रदेश की राजधानी पटना एम्स में इलाज के दौरान एक कोरोना मरीज की मौत हो गई. लिहाजा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे बिहार में लॉक डाउन घोषित कर दिया. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लॉक डाउन के प्रथम दिन पूर्वी चंपारण जिले में इसका कोई असर नहीं दिखा.
वहीं, जिला प्रशासन ने लॉक डाउन को लेकर सख्ती बरतने का मन बना लिया है और अनावश्यक रुप से घर से निकलने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने का संयुक्त आदेश डीएम और एसपी ने जारी कर दिया है.
लॉक डाउन का अनुपालन को होगी सख्ती- डीएम
जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि लॉक डाउन की घोषणा का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी. शहर में छह जगह इंट्री प्वाईंट पर चेक पोस्ट बनाया गया है. जहां पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है. डीएम ने बताया कि थाना स्तर पर थानाध्यक्ष और सीओ को गैर जरुरी वाहन पर निकले लोगों पर कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया गया है.
"कई कोषांगों का किया गया है गठन"
बता दें कि लॉक डाउन को लेकर जिला प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. जिले में लॉक डाउन को क्रियान्वयन के लिए कई कोषांग बनाए गए हैं और सभी कोषांगों के मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. पंचायत स्तर के प्रतिनिधियों की भी कोरोना संक्रमण के खिलाफ शुरु किए गए लड़ाई में अहम भूमिका निर्धारित की गई है. सरकार के गाईड लाईन के अनुसार वही दुकाने खुलेंगी. जिसे खोले रखने का सरकार ने निर्देश जारी किया है.