मोतिहारीः पूर्व मुख्यमंत्री व हम नेता जीतन राम मांझी एक दिवसीय दौरा पर मोतिहारी पहुंचे. सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सदन में किए गए व्यवहार की चर्चा की. विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर जीतन राम मांझी ने कहा कि जब नीति आयोग ने ही स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता है तो नीतीश कुमार राज्य में अपराध और भ्रष्ट्राचार समेत अन्य मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए ऐसी बातें करते हैं.
"नीति आयोग विशेष राज्य का दर्जा को लेकर साफ है. किसी को भी विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जाएगा. पत्थर पर सिर पटकने से क्या फायदा है. भारत सरकार ने सवा लाख करोड़ का जो पैकेज दिया था, उस पैसे का उन्होंने कहां सदुपयोग किया, उसका हिसाब दें. राज्य में एस्टीमेट घोटाला हुआ है. एक किलोमीटर रोड ढ़ाई करोड़ में बनता है, जबकि नीतीश कुमार के इंजीनियर सात करोड़ में रोड बनाता है." -जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम
'नया म्यूजियम की कोई जरूरत नहीं थी': मोतिहारी में जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार पर कई आरोप लगाए. कहा कि नए म्यूजियम की कोई जरूरत नहीं थी. हमने भी कहा था और पटना हाईकोर्ट ने भी कहा था कि इसकी कोई जरूरत नहीं है. सवा दो सौ करोड़ का बजट था, लेकिन आज पैंतीस सौ करोड़ खर्च हो चुका है. नया म्यूजियम से पुराना म्यूजियम तक 250 करोड़ रुपये का अंडर पास बनाने की कोई जरुरत नहीं थी. नीतीश कुमार पैसा का अपव्यय कर रहे हैं.
'केंद्र के पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं: मांझी ने कहा कि राज्य की ठेकेदारों को मालामाल करने का नीतीश जी का उद्देश्य रहा है. इसलिए कंस्ट्रक्शन में इन्होंने ज्यादा ध्यान दिया है. राज्य में केवल कंस्ट्रक्शन का काम हो रहा है और वह काफी घटिया स्तर का काम हो रहा है. उसकी अगर जांच हो जाए तो पता चल जाएगा कि उन्होंने कितने पैसों का दुरुपयोग किया है. भारत सरकार को जितना पैसा देना चाहिए, उससे ज्यादा दिया गया है.
नेताओं ने किया स्वागतः पत्रकार सम्मेलन के दौरान भाजपा के स्थानीय विधायक व पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार के अलावा भाजपा के जिला प्रवक्ता सुधांशु रंजन भी मौजूद रहे. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का दलित नेता राजू बैठा के नेतृत्व में दलित नेताओं ने फुल माला पहना कर जीतन राम मांझी को सम्मानित किया.
विशेष राज्य का दर्जा की मांगः दरअसल, बुधवार को कैबिनेट की बैठक में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाए तो बिहार के लिए बहुत कुछ हो सकता है. 2010 से इसकी मांग की जा रही है. कई बार इसको लेकर पटना से लेकर दिल्ली तक रैली निकाली जा चुकी है.
बिहार को विशेष राज्य के दर्जे को लेकर केंद्र सरकार से अनुरोध, नीतीश कैबिनेट ने पास किया प्रस्ताव