पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी (Complete Prohibition In Bihar) के बावजूद शराब तस्कर सक्रिय हैं और लगातार जहरीली शराब से मौत का मामला सामने आते रहता है. ताजा मामला पूर्वी चंपारण जिले का है. जहां पर 14 और 15 अप्रैल को जहरीली शराब से कई लोगों के मौत का मामला सामने आया है. मोतिहारी में अभी तक लगभग 37 लोगों के मरने की बात सामने आ रही है. इस मामले पर सीआईडी के एडीजी जितेंद्र कुमार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा की मोतिहारी शराब मामले में वहां के एसपी ने डोर टू डोर कैंपेन चला कर प्रभावित लोगों को अस्पताल पहुंचाया है.
ये भी पढ़ें- Bihar Hooch Tragedy: जहरीली शराब मामले में 4-4 लाख मुआवजा, CM नीतीश बोले- 2016 से अबतक के पीड़ितों को मिलेगी मदद
कई लोगों का अस्पताल में चल रहा इलाज: सीआईडी के एडीजी जितेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि 14 और 15 अप्रैल को मोतिहारी में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला प्रकाश में आया था. जिसके बाद मोतिहारी एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी लोगों को अस्पताल पहुंचाया और प्रशासन द्वारा डोर टू डोर कैंपेन चलाया गया. एडीजी ने बताया कि 6 लोगों का पोस्टमार्टम कराया गया है. अभी 25 इलाजरत हैं और 10 लोगों का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है. वहीं 15 लोगों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है.
अबतक 128 लोगों की हुई है गिरफ्तारी: सीआईडी के एडीजी जितेंद्र कुमार ने आगे कहा की जांच के पश्चात ही मौत के कारण स्पष्ट हो सकता है. हालांकि पोस्टमार्टम के प्राथमिक दृश्यता में मौत का अकरण जहरीली तरल पदार्थ पीने से हुई है. इस मामले में अभी तक 5 केस दर्ज किए गए हैं. 5 केस में 25 लोगों पर कार्रवाई की गई है. साथ ही जिला पुलिस ने शराब तस्करों के खिलाफ करवाई करते हुए अन्य 103 लोगों को शराब के कारोबार में संलिप्त के लिए गिरफ्तार किया गया है. कुल 128 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और विशेष अभियान चलाकर 917 लीटर देसी शराब, 10 लीटर विदेशी शराब जब्त किया है.
"मोतिहारी मौत मामले के बाद एएलटीएफ के 2 प्रभारियों (सदर और अरेराज) को निलंबित किया गया है. साथ ही 5 थानाप्रभारी को भी निलंबित किया गया है. शराब बनाने में मिथाइल अल्कोहल प्रयोग हुआ है, जो बाहर से मंगाया गया था. ये मिथाइल अल्कोहल स्प्रिट के फॉर्म में मंगाया गया था."- जितेंद्र कुमार, एडीजी, सीआईडी