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कोरोना संक्रमण के बीच एईएस जेई ने जिले में दी दस्तक, नहीं कम हो रही लोगों की मुसीबत - बिहार में कोरोना मरीज

जहां एक तरफ कोरोना वायरस की मार देश झेल रहा है. वहीं, बिहार में एईएस जेई बीमारी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. इस बीमारी से बच्चे बीमार हो रहे हैं.

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Published : Apr 15, 2020, 7:44 AM IST

मोतिहारी : कोरोना संक्रमण के बीच पूर्वी चंपारण जिला में एईएस जेई का प्रकोप शुरू हो गया है. जिले में अब तक कुल 11 एईएस जेई पीड़ित बच्चों का सदर अस्पताल में इलाज हुआ है. जिनमे से नौ बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होने पर सदर अस्पताल के पिकु वार्ड से छुट्टी दे दी गई है. जबकि दो बच्चों का अभी इलाज चल रहा है.

'एईएस जेई को लेकर स्वास्थ्य विभाग की है तैयारी'
सिविल सर्जन डॉ. रिजवान अहमद ने बताया कि एईएस जेई को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जिले में अपनी तरफ से पूरी तैयारियां कर रखी है. उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में एईएस पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए पीकु वार्ड बनाया गया है. साथ ही लोगों में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. सिविल सर्जन के अनुसार किसी तरह से बुखार से पीड़ित बच्चे को तत्काल चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.

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एईएस से पीड़ित बच्चे

'गर्मी की धमक के साथ एईएस का शुरू होता है प्रकोप'
बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में गर्मी की धमक शुरू होने के साथ ही एईएस जेई ने जिले में खूब तांडव मचाया है. जिस बीमारी की रोकथाम के लिए सरकार के स्तर से कई तरह की तैयारियों का निर्देश जिला प्रशासन को दिया गया है. सरकार से प्राप्त निर्देश के आधार पर जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां भी कर रखी है.

मोतिहारी : कोरोना संक्रमण के बीच पूर्वी चंपारण जिला में एईएस जेई का प्रकोप शुरू हो गया है. जिले में अब तक कुल 11 एईएस जेई पीड़ित बच्चों का सदर अस्पताल में इलाज हुआ है. जिनमे से नौ बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होने पर सदर अस्पताल के पिकु वार्ड से छुट्टी दे दी गई है. जबकि दो बच्चों का अभी इलाज चल रहा है.

'एईएस जेई को लेकर स्वास्थ्य विभाग की है तैयारी'
सिविल सर्जन डॉ. रिजवान अहमद ने बताया कि एईएस जेई को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जिले में अपनी तरफ से पूरी तैयारियां कर रखी है. उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में एईएस पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए पीकु वार्ड बनाया गया है. साथ ही लोगों में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. सिविल सर्जन के अनुसार किसी तरह से बुखार से पीड़ित बच्चे को तत्काल चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.

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एईएस से पीड़ित बच्चे

'गर्मी की धमक के साथ एईएस का शुरू होता है प्रकोप'
बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में गर्मी की धमक शुरू होने के साथ ही एईएस जेई ने जिले में खूब तांडव मचाया है. जिस बीमारी की रोकथाम के लिए सरकार के स्तर से कई तरह की तैयारियों का निर्देश जिला प्रशासन को दिया गया है. सरकार से प्राप्त निर्देश के आधार पर जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां भी कर रखी है.

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