दरभंगा: जिले के लगभग सभी प्रखंडों में बाढ़ ने कहर मचा रखा है. ऐसे में लोगों के गांव और घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. जो थोड़े बचे सूखे स्थान है, उन जगहों पर लोग अपने मवेशियों के साथ शरण लिए हुए हैं. ऐसे में किसी की प्राकृतिक मौत भी होती है तो उसे जलाने के लिए अब पर्याप्त जगह नहीं मिल रहे हैं. लोगों को परेशानी उस वक्त बढ़ जाती है जब किसी ऊंचे स्थान की तलाश में जैसे बांध पर ले जाने के लिए इलाके में नाव की व्यवस्था अभी तक नहीं की गई है.
ऐसा ही मामला जिले के हनुमाननगर प्रखंड क्षेत्र के पचोंभ पंचायत के हरचंदा गांव में देखने को मिला है. जहां महेश पासवान की मृत्यु हो जाने के बाद घंटों उनके शव को लेकर परिजन नाव का इंतजार करता रहा. क्योंकि आसपास के इलाके में कहीं भी सूखे स्थान नहीं मिले, जहां उसका दाह संस्कार किया जा सकता था.
स्थानीय मुखिया ने दी जानकारी
स्थानीय मुखिया राजीव कुमार चौधरी ने बताया कि सुबह से ही शव को लेकर परिजन बैठे हुए हैं. उसे जलाने के लिए किसी बांध पर ले जाना होगा. लेकिन पंचायत में कहीं भी नाव की व्यवस्था प्रशासन की ओर से नहीं की है. उन्होंने कहा कि जब एनडीआरएफ की टीम को सूचना देकर बुलाया गया तो उन्होंने लाश ले जाने से मना कर दिया.
वहीं, इस बाबत बिशनपुर थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार मंडल ने बताया कि जैसे ही मुझे इसकी सूचना मिली एक नाव की व्यवस्था करा कर वहां भेजा गया. जिसके बाद मृत शरीर का दाह संस्करा कराया गया.