ETV Bharat / state

ऑक्सीजन के मामले में दरभंगा बना आत्मनिर्भर, कोविड मरीजों को नहीं हो रही दिक्कत

कोरोना की दूसरी लहर बिहार में कहर बरपा रही है. ऑक्सीजन संकट से प्रदेश ही नहीं पूरा देश जूझ रहा है. लेकिन दरभंगा में कोविड मरीजों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल रही है. आखिर ये कैसे मुमकिन हो पाया जानने के लिए पढ़ें ईटीवी भारत की ये खास रिपोर्ट.

oxygen in darbhanga
oxygen in darbhanga
author img

By

Published : Apr 19, 2021, 9:50 PM IST

Updated : Apr 20, 2021, 2:16 PM IST

दरभंगा: कोरोना से जंग जीतना इस साल पिछले साल से ज्यादा चुनौतीपूर्ण भरा साबित हो रहा है. अस्पतालों में बेड की कमी और ऑक्सीजन की कमी से हर रोज लोग परेशान हो रहे हैं. कहां जाय, क्या करे, कुछ समझ में नहीं आ रहा. सरकार ने भी नहीं सोचा था कि हालात इतने बदतर हो जाएंगे. इन सबके बीच दरभंगा से सुकून देनेवाली खबर सामने आई है. कोरोना से संक्रमित मरीजों को यहां ऑक्सीजन की समस्या से जूझना नहीं पड़ रहा है. यहां पर्याप्त मात्रा में जिंदगी लोगों के बीच ऑक्सीजन के रुप में पहुंच रही है. और यह सब मुमकिन हो पाया है माधोपट्टी स्थित गुप्ता एयर प्रोडक्ट ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट से जो हर दिन 800 जंबो सिलेंडर बना रहा है.

देखें रिपोर्ट

यह भी पढ़ें- बिहार : ऑक्सीजन की किल्लत से पटना के अस्पतालों में मरीजों की 'NO ENTRY'

दरभंगा में नहीं है ऑक्सीजन की कमी
दरभंगा का एक ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट कोविड मरीजों की जिंदगी बचाने में मददगार साबित हो रहा है. यह प्लांट बिहार के गिने-चुने ऑक्सीजन कारखानों में से एक है. सदर प्रखंड के माधोपट्टी में स्थित गुप्ता एयर प्रोडक्ट नाम के इस ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट से मिथिलांचल के तकरीबन सभी जिलों में ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई होती रही है. और आज पूरे बिहार से यहां सिलेंडर की मांग है. 2016 में स्थापित इस कारखाने में इसी गांव के आसपास के 15 मजदूर काम करते हैं जिनके घर की रोजी-रोटी इस कारखाने से चलती है. दरभंगा डीएम ने इस कारखाने के काम को सराहा है.

oxygen in darbhanga
ईटीवी भारत GFX

ऑक्सीजन सिलेंडर के मामले में आत्मनिर्भर
फिलहाल जिला प्रशासन ने इसी कारखाने के बूते राज्य मुख्यालय को जो रिपोर्ट भेजी है उसमें दरभंगा को ऑक्सीजन सिलेंडर के मामले में आत्मनिर्भर बताया गया है. दरभंगा डीएम ने खुद इस ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट का निरीक्षण किया और यहां से निर्बाध रूप से डीएमसीएच और जिले के दूसरे सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को ऑक्सीजन आपूर्ति करने का निर्देश दिया है.

oxygen in darbhanga
ईटीवी भारत GFX
oxygen in darbhanga
15 मजदूर करते हैं काम

'इस कारखाने की स्थापना 2016 में की गई थी. उस समय यहां से हर दिन का उत्पादन महज 50 सिलेंडर का हुआ करता था. 5 साल के दौरान इस बॉटलिंग प्लांट की क्षमता करीब 850 सिलेंडर की हो चुकी है. यहां से मिथिलांचल के तकरीबन सभी जिलों दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, सुपौल, खगड़िया और किशनगंज तक ऑक्सीजन की सप्लाई होती थी. लेकिन फिलहाल सिर्फ दरभंगा में ऑक्सीजन की कमी होने नहीं दी जा रही है.'- दीपक कुमार, ऑक्सीजन बॉटलिंग प्लांट संचालक

oxygen in darbhanga
बॉटलिंग प्लांट की क्षमता करीब 850 सिलेंडर की

यह भी पढ़ें- कोरोना का कहर: दोगुनी दर पर भी ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग नहीं हो रही पूरी

बढ़ रही मांग
फिलहाल कोरोना काल में यहां के सिलेंडर की मांग चंपारण, पटना और भोजपुर जैसे इलाकों में भी होने लगी है. फिलहाल जिला प्रशासन के आदेश पर डीएमसीएच और दरभंगा जिले के दूसरे सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को ही ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की जा रही है.

oxygen in darbhanga
सिलेंडर की मांग चंपारण, पटना और भोजपुर जैसे इलाकों में भी

'पहले बाहर ऑक्सीजन सिलेंडर बनाने वाले कारखाने में काम करते थे, लेकिन उससे परिवार का गुजारा नहीं चलता था. 5 साल पहले यहां पर यह कारखाना खुला तो अपने गांव चले आए और इसी कारखाने में तब से काम कर रहे हैं. अब अपने घर के पास रहकर इस कारखाने से रोजी-रोटी चल रही है.'- सतीश कुमार झा, कामगार, ऑक्सीजन बॉटलिंग प्लांट

oxygen in darbhanga
माधोपट्टी स्थित गुप्ता एयर प्रोडक्ट ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट

यह भी पढ़ें- शेखपुरा: संकट में कोरोना मरीजों की सांस, ऑक्सीजन नही मिलने पर तड़प-तड़पकर युवक की मौत

लिक्विड ऑक्सीजन लाने के लिए टैंकर उपलब्ध
फिलहाल बिहार में करीब 11 ऑक्सीजन सिलेंडर बनाने वाले कारखाने हैं. इनमें से गुप्ता एयर प्रोडक्ट ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट कारखाना एकमात्र ऐसा कारखाना है जिसके पास लिक्विड ऑक्सीजन लाने के लिए टैंकर उपलब्ध है. जमशेदपुर और बोकारो से लिक्विड ऑक्सीजन लाया जाता है और कारखाने में उसे कंप्रेस करके ऑक्सीजन गैस का रूप दिया जाता है. फिर उसे सिलेंडर में बॉटलिंग की जाती है.

यह कारखाना बेहतर काम कर रहा है. फिलहाल डीएमसीएच में भी एक ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की गई है जिससे ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. दरभंगा में ऑक्सीजन सिलेंडर की कोई कमी नहीं है, इस मामले में दरभंगा आत्मनिर्भर है.- डॉ. त्यागराजन एसएम, डीएम, दरभंगा

oxygen in darbhanga
डॉ. त्यागराजन एसएम, डीएम, दरभंगा

डीएम ने सराहा
दरभंगा डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने इस कारखाने की तारीफ की है. उन्होंने कहा इस कारखाने से फिलहाल 850 से 900 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर का उत्पादन हो रहा है जिससे डीएमसीएच और दूसरे सरकारी व निजी अस्पतालों में कोविड के मरीजों की जान बचाई जा रही है.

यह भी पढ़ें- ऐसे तैयार होती है जीवन रक्षक 'ऑक्सीजन', देखें वीडियो

यह भी पढ़ें- बिहार में ऑक्सीजन सिलेंडर की ब्लैक मार्केटिंग, माफियाओं से मिले हैं ड्रग्स विभाग के अधिकारी: पप्पू यादव

यह भी पढ़ें- मोतिहारी: ऑक्सीजन आपूर्ति में लापरवाही बरतने पर होगी कानूनी कार्रवाई

दरभंगा: कोरोना से जंग जीतना इस साल पिछले साल से ज्यादा चुनौतीपूर्ण भरा साबित हो रहा है. अस्पतालों में बेड की कमी और ऑक्सीजन की कमी से हर रोज लोग परेशान हो रहे हैं. कहां जाय, क्या करे, कुछ समझ में नहीं आ रहा. सरकार ने भी नहीं सोचा था कि हालात इतने बदतर हो जाएंगे. इन सबके बीच दरभंगा से सुकून देनेवाली खबर सामने आई है. कोरोना से संक्रमित मरीजों को यहां ऑक्सीजन की समस्या से जूझना नहीं पड़ रहा है. यहां पर्याप्त मात्रा में जिंदगी लोगों के बीच ऑक्सीजन के रुप में पहुंच रही है. और यह सब मुमकिन हो पाया है माधोपट्टी स्थित गुप्ता एयर प्रोडक्ट ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट से जो हर दिन 800 जंबो सिलेंडर बना रहा है.

देखें रिपोर्ट

यह भी पढ़ें- बिहार : ऑक्सीजन की किल्लत से पटना के अस्पतालों में मरीजों की 'NO ENTRY'

दरभंगा में नहीं है ऑक्सीजन की कमी
दरभंगा का एक ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट कोविड मरीजों की जिंदगी बचाने में मददगार साबित हो रहा है. यह प्लांट बिहार के गिने-चुने ऑक्सीजन कारखानों में से एक है. सदर प्रखंड के माधोपट्टी में स्थित गुप्ता एयर प्रोडक्ट नाम के इस ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट से मिथिलांचल के तकरीबन सभी जिलों में ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई होती रही है. और आज पूरे बिहार से यहां सिलेंडर की मांग है. 2016 में स्थापित इस कारखाने में इसी गांव के आसपास के 15 मजदूर काम करते हैं जिनके घर की रोजी-रोटी इस कारखाने से चलती है. दरभंगा डीएम ने इस कारखाने के काम को सराहा है.

oxygen in darbhanga
ईटीवी भारत GFX

ऑक्सीजन सिलेंडर के मामले में आत्मनिर्भर
फिलहाल जिला प्रशासन ने इसी कारखाने के बूते राज्य मुख्यालय को जो रिपोर्ट भेजी है उसमें दरभंगा को ऑक्सीजन सिलेंडर के मामले में आत्मनिर्भर बताया गया है. दरभंगा डीएम ने खुद इस ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट का निरीक्षण किया और यहां से निर्बाध रूप से डीएमसीएच और जिले के दूसरे सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को ऑक्सीजन आपूर्ति करने का निर्देश दिया है.

oxygen in darbhanga
ईटीवी भारत GFX
oxygen in darbhanga
15 मजदूर करते हैं काम

'इस कारखाने की स्थापना 2016 में की गई थी. उस समय यहां से हर दिन का उत्पादन महज 50 सिलेंडर का हुआ करता था. 5 साल के दौरान इस बॉटलिंग प्लांट की क्षमता करीब 850 सिलेंडर की हो चुकी है. यहां से मिथिलांचल के तकरीबन सभी जिलों दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, सुपौल, खगड़िया और किशनगंज तक ऑक्सीजन की सप्लाई होती थी. लेकिन फिलहाल सिर्फ दरभंगा में ऑक्सीजन की कमी होने नहीं दी जा रही है.'- दीपक कुमार, ऑक्सीजन बॉटलिंग प्लांट संचालक

oxygen in darbhanga
बॉटलिंग प्लांट की क्षमता करीब 850 सिलेंडर की

यह भी पढ़ें- कोरोना का कहर: दोगुनी दर पर भी ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग नहीं हो रही पूरी

बढ़ रही मांग
फिलहाल कोरोना काल में यहां के सिलेंडर की मांग चंपारण, पटना और भोजपुर जैसे इलाकों में भी होने लगी है. फिलहाल जिला प्रशासन के आदेश पर डीएमसीएच और दरभंगा जिले के दूसरे सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को ही ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की जा रही है.

oxygen in darbhanga
सिलेंडर की मांग चंपारण, पटना और भोजपुर जैसे इलाकों में भी

'पहले बाहर ऑक्सीजन सिलेंडर बनाने वाले कारखाने में काम करते थे, लेकिन उससे परिवार का गुजारा नहीं चलता था. 5 साल पहले यहां पर यह कारखाना खुला तो अपने गांव चले आए और इसी कारखाने में तब से काम कर रहे हैं. अब अपने घर के पास रहकर इस कारखाने से रोजी-रोटी चल रही है.'- सतीश कुमार झा, कामगार, ऑक्सीजन बॉटलिंग प्लांट

oxygen in darbhanga
माधोपट्टी स्थित गुप्ता एयर प्रोडक्ट ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट

यह भी पढ़ें- शेखपुरा: संकट में कोरोना मरीजों की सांस, ऑक्सीजन नही मिलने पर तड़प-तड़पकर युवक की मौत

लिक्विड ऑक्सीजन लाने के लिए टैंकर उपलब्ध
फिलहाल बिहार में करीब 11 ऑक्सीजन सिलेंडर बनाने वाले कारखाने हैं. इनमें से गुप्ता एयर प्रोडक्ट ऑक्सीजन सिलेंडर बॉटलिंग प्लांट कारखाना एकमात्र ऐसा कारखाना है जिसके पास लिक्विड ऑक्सीजन लाने के लिए टैंकर उपलब्ध है. जमशेदपुर और बोकारो से लिक्विड ऑक्सीजन लाया जाता है और कारखाने में उसे कंप्रेस करके ऑक्सीजन गैस का रूप दिया जाता है. फिर उसे सिलेंडर में बॉटलिंग की जाती है.

यह कारखाना बेहतर काम कर रहा है. फिलहाल डीएमसीएच में भी एक ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की गई है जिससे ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. दरभंगा में ऑक्सीजन सिलेंडर की कोई कमी नहीं है, इस मामले में दरभंगा आत्मनिर्भर है.- डॉ. त्यागराजन एसएम, डीएम, दरभंगा

oxygen in darbhanga
डॉ. त्यागराजन एसएम, डीएम, दरभंगा

डीएम ने सराहा
दरभंगा डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने इस कारखाने की तारीफ की है. उन्होंने कहा इस कारखाने से फिलहाल 850 से 900 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर का उत्पादन हो रहा है जिससे डीएमसीएच और दूसरे सरकारी व निजी अस्पतालों में कोविड के मरीजों की जान बचाई जा रही है.

यह भी पढ़ें- ऐसे तैयार होती है जीवन रक्षक 'ऑक्सीजन', देखें वीडियो

यह भी पढ़ें- बिहार में ऑक्सीजन सिलेंडर की ब्लैक मार्केटिंग, माफियाओं से मिले हैं ड्रग्स विभाग के अधिकारी: पप्पू यादव

यह भी पढ़ें- मोतिहारी: ऑक्सीजन आपूर्ति में लापरवाही बरतने पर होगी कानूनी कार्रवाई

Last Updated : Apr 20, 2021, 2:16 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.